टीकमगढ़

हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी का रिजल्ट सुधारने मॉडल पेपरों का लिया सहारा…

पिछले वर्ष हाईस्कूल और हायर सेकेडरी का रिजल्ट बिगड़ जाने से शिक्षा विभाग मैदान में उतर गया है।

टीकमगढ़Jan 25, 2020 / 08:25 pm

akhilesh lodhi

This time the responsibility given to improve the result, the department landed

टीकमगढ़.पिछले वर्ष हाईस्कूल और हायर सेकेडरी का रिजल्ट बिगड़ जाने से शिक्षा विभाग मैदान में उतर गया है। विभाग ने शासन के मॉडल प्रश्न पत्रों और उत्तर पुस्तिका के साथ स्थानीय शिक्षकों द्वारा बनाए गए पेपरों को हल करवाने का सिलसिला जारी कर दिया है। इस वर्ष का रिजल्ट न बिगड़े उसके लिए किताबों को छोड़ बार-बार प्रश्न पत्रों को ही हल करवाया जा रहा है। जिसकी जिम्मेदारी कक्षा बार शिक्षको को दी गई है।
जिले के २०५ हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी है। जिसमें हाईस्कूल में २१ हजार ५३५ नियमित और प्राइवेट ३ हजार ६२१ और हायर सेकेंडरी में नियमित १२ हजार ९६७ और प्राइवेट २ हजार ३३२ छात्र-छात्राएं बोर्ड परीक्षा में बैठेगें। प्राइवेट ५ हजार ९५३ छात्र-छात्राओं को छोड़ नियमित ३४ हजार ५०२ छात्र-छात्राओं से मॉडल प्रश्न पत्र हल करवाए जा रहे है। प्रत्येक बिषय के दो-दो प्रश्न पत्र स्कूलों में दिए गए है। जिसकी जिम्मेदारी संकुल के साथ संस्था प्रमुखों को दी गई है।
रिजल्ट सुधारने के लिए शिक्षा विभाग ने कसी कमर
पिछले वर्ष हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी का रिजल्ट ४७ प्रतिशत रहा था। इस प्रकार का रिजल्ट आने से संभाग स्तरपर भी टीकमगढ़ जिले का एक भी छात्र मेरिट सूची में नहीं पहुंच पाया। जिसके कारण शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों को नोटिस दिए गए। उनकी परीक्षाएं कराई गई। परीक्षा में पास शिक्षकों को जिम्मेदार पद पर रखा गया। जिसको लेकर इस वर्ष शिक्षा विभाग ने कमर को कस लिया है। छात्रों से मॉडल पेपरों का हल करवाना शुरू कर दिया है।
लोक शिक्षण संचालनालय दे रहा नए नए नियम

१०वी और १२वीं के छात्रों को पढाई में छात्र-छात्राओं को नए नए तरीके बताए जा रहे है। जिसके चलते छात्र स्थानीय और शासन द्वारा भेजे गए मॉडल पेपरों को उत्तरपुस्तिका के माध्यम से हल कर रहे है। रिजल्ट न बिगड़े उसके लिए बार-बार प्रश्न पत्रों को दोहराया जा रहा है।
परीक्षा तारीख आ रही पास, बड़ रही जिम्मेदारों की धडकनें
बोर्ड परीक्षा की तारीख ज्यो-ज्यो पास आ रही है, उसी प्रकार १०वीं और १२वीं परीक्षा के साथ अन्य कक्षाओं के परिणाम सुधार के लिए नए-नए तरीक ों से मॉडल पेपरों को कराया जा रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष गूणवत्ता उन्नयन और परीक्षा परिणाम सुधार को लेकर प्रयास किए जा रहे है। जिसके चलते छात्र-छात्राओं को मॉडल पेपर दिए गए है। इन प्रश्न पत्रों द्वारा छात्रों द्वारा बोर्ड परीक्षा की तैयारी की जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्रो के स्कूलों में शिक्षा विभाग की नजर
शिक्षा विभाग मॉडल प्रश्न पत्रों से छात्रों की तैयारी तो करा रहा है। लेकिन इस बार उन स्कूलों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जहां शिक्षको की कमी और बोर्ड परीक्षा का परिणाम बिगड़ रहा है। ऐसे स्कूलों में छात्रों को मॉडल प्रश्न पत्र से उत्तर पुस्तिकाए लिखवाई जा रही है। जिससे छात्रों को परीक्षा के समय सुविधा हो सके। वहीं कक्षा १२वीं के छात्र-छात्राओं को भी प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए जा रहे है। इस प्रकार की योजना से अब छात्र-छात्राओं ने किताबों का सहारा छोड़ दिया है।
इनका कहना
रिजल्ट सुधारने के लिए शासन से आए प्रश्न पत्रों को तो वितरण करा दिया गया है। स्थानीय शिक्षकों द्वारा मॉडल प्रश्न पत्र बनाए जा रहे है। जिनको छात्र-छात्राओं द्वारा कई बार दोहराया जा रहा है। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।
सुरेश सोनी सहायक संचालक जिला शिक्षा विभाग टीकमगढ़।
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