मामला दिगौड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम रानीगंज का है। 24 जुलाई की रात को रानीगंज निवासी काशीबाई कुशवाहा घर से गायब हो गई थी। तलाश करने पर भी जब इसका पता नहीं चला तो पति बालकिशन ने दिगौड़ा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। रविवार की शाम जब पुलिस ने इस महिला को दस्तयाब किया और परिजनों को थाने बुलाया तो मामला ही दूसरा निकला। काशीबाई ने बताया कि वह अपने प्रेमी कमलेश अहिरवार 33 वर्ष निवासी चिरपुरा के साथ भाग गई थी। वह उसी के साथ रहना चाहती है। वहीं कमलेश भी अपनी बाकी जिंदगी काशीबाई के साथ गुजारने की बात कह रहा था। विदित हो कि काशीबाई के जहां 4 बच्चें है, वहीं कमलेश की भी 3 संताने है।
बेटी के विवाह में आंखे हुए चार
बताया जा रहा है कि जून माह में काशीबाई की बड़ी बेटी का विवाह था। उस समय कमलेश को घर के काम करने के लिए बुलाया गया था। विवाह के इन चार-पांच दिनों में कमलेश और काशीबाई की आंखे चार हो गई और दो माह में प्रेम परवान चढ़ गया। इसके बाद दोनों ने नई जिंदगी शुरू करने घर से भागने का निर्णय ले लिया।
समझाते रहे परिजन और पंच, नहीं बनी बात
मामला सामने आने के बाद महिला के साथ ही उसके प्रेमी को समझाने के लिए परिजनों के साथ ही चार गांव के सरपंच थाने पहुंचे। यहां पर रानीगंज, जेवरा, बम्हौरी, चिरपुरा के सरपंच इन दोनों को समझाने का प्रयास करते रहे। पुलिस ने भी हर तरह से दोनों को समझाया, लेकिन दोनों पर प्यार का नशा इस कदर चढ़ा है कि वह किसी की बात मानने को तैयार नहीं है। काशीबाई को शिकायत है कि उसका पति हमेशा उस पर शक करता था, इससे वह परेशान है। जबकि कमलेश उसे अच्छे से समझता है और खुश रखता है। तमाम प्रयास के बाद भी जब काशीबाई नहीं मानी तो पुलिस ने उसे वन स्टॉप सखी सेंटर टीकमगढ़ पहुंचा दिया। यहां पर महिला बाल विकास की टीम उसकी कांउसलिंग कर रही है।
कहते है अधिकारी
महिला और उसके प्रेमी को हर तरह से समझाने का प्रयास किया गया। आसपास के गांव के पंच भी जुड़े थे। महिला के न मानने पर उसे महिला बाल विकास विभाग के वन स्टॉप सखी सेंटर भेजा गया है।- हिमांशु चौबे, थाना प्रभारी दिगौड़ा।