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खाद की काला बाजारी रोकने व्यापारियों के गोदाम से वितरण करवाएंगे सरकारी कर्मचारी

लाइन में खड़े होकर खाद के लिए कटवा रहे पर्ची।

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लाइन में खड़े होकर खाद के लिए कटवा रहे पर्ची।

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नकद खाद विक्रय का हुआ समापन, 40 समितियों पर भेजा डीएपी खाद

टीकमगढ़.
प्रशासन ने नकद खाद वितरण कें द्र बंद कर दिया है, इससे किसानों की चिंताएं और अधिक बढ़ गई है। अब दो दिन बाद डीएपी रैक के आने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं जिले की ४० समितियों पर १२०० एमटी खाद सप्लाई कर दिया है। जहां किसान जमीन के दस्जावेज दिखाकर खाद उठा रहे है। सरकारी दामों में खाद विक्रय हो, उसके लिए व्यापारियों के गोदाम पर सरकारी कर्मचारियों को तैनात करके खाद वितरण करवाया जा रहा है।
जिले के सरकारी गोदामों में डीएपी खत्म हो गई है। अब टीकमगढ़, बल्देवगढ़, खरगापुर, पलेरा, जतारा, चंदेरा, दिगौड़ा, लिधौरा, बड़ागांव धसान के साथ अन्य स्थान के व्यापारियों ने डीएपी खाद खरीदकर गोदामों में स्टॉक कर लिया है। खाद नहीं मिलने से किसान द्वारा आए दिन चक्काजाम और खाद की काला बाजार, सरकारी दामों में खाद बेचने की मांग की जा रही है। जिसको लेकर प्रशासन ने बढ़ा कदम उठा लिया है। सरकारी कर्मचारियों की टीम बनाकर व्यापारियों के गोदाम पर सरकारी दामों में डीएपी का विक्रय कराया जा रहा है।

कई व्यापारियों को लगेगा घाटा
बताया जा रहा है कि पिछले वर्ष की तरह व्यापारियों ने १७०० रुपए में डीएपी की बोरी को खरीदकर रख लिया था। उसे २००० रुपए की बोरी बेचने का मौका देख रहे थे, लेकिन किसानों द्वारा चक्काजाम करके गोदामों में रखी खाद को सरकारी दाम १३५० रुपए में बेचने की मांग रखी थी। खाद वितरण कराने के लिए प्रशासन ने सरकारी टीमों को नियुक्त कर दिया है।

दो दिन बाद आएगी डीएपी
जिला विपणन विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में अभी यूरिया रैक आ गई है।दो दिन बार हरपालपुर स्टेशन पर रैक आएगी। उस रैक को समितियों के साथ जिला विपणन केंद्र पर रखा जाएगा। जिससे डिफाल्टर किसानों को नकद में खाद दिया जाएगा।

१२०० एमटी पहुंचा ४० समितियों पर पहुंचा डीएपी
बताया गया कि जिले में ४० के करीब समितियां संचालित हो रही है। जिसमें किसानों द्वारा ऋण लेकर खाद को लिया जाता है। जो किसान डिफाल्टर है, उन्हें खाद नहीं दिया जाता है। जिला प्रशासन ने टीकमगढ़ के शिवपुरी, बहादूरपुर, मजना, हीरानगर, बड़ागांव धसान, समर्रा, दरगुवां, अजनौर, बुडेरा, लार, डिकोली, बल्देवगढ़, लडवारी, हटा, डारगुवां, पटौरी, एरौरा, सुजानपुरा, दिगौड़ा, सतगुवां, बम्होरी बराना, देरी, छिदारी, खरगापुर, कुडीला, गुना, बखतपुरा, आलमपुरा, पुरैनियां, टौरी, कुडयाला, जतारा, वैरबार, बम्होरीकलां, चंदेरा, स्यावनी, महेबा चक्र, लिधौरा, मोहनगढ़, अचर्रा और बंधा में १२०० एमटी डीएपी भेज दिया है।

इनका कहना
जिले में खाद के लिए किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। उनके संबंधित गांव की सहकारी समितियों पर डीएपी को पहुंचाया गया है। व्यापारियों के गोदाम पर सरकारी कर्मचारी को खड़ा करने डीएपी वितरण कराया जा रहा है। खाद की काला बाजार नहीं हो उसके लिए भी योजना बनाई गई है।
अनिल कुमार नरबरे, डीएमओ जिला विपणन केंद्र टीकमगढ़।