इनका कहना है
विभिन्न रूटों पर हमारी करीब २६ बसें चलती हैं। फिलहाल, ३० से ४० प्रतिशत तक ही बसें चल सकेंगी। बस में मास्क व सेनेटाइजर वैगेरह रख कर जरूरतमंदों को उपलब्ध कराते हैं। लाकडाउन में पांच महीने का टैक्स कई राज्यों ने माफ कर दिया है, हमने भी इस संबंध में राज्य सरकार अनुरोध किया है। किराये को लेकर मुख्यमंत्री सोमवार को अंतिम फैसला लेंगे। यात्री भार अक्टूबर के बाद ही समान्य होगा। वैसे सब कुछ ठीक रहा तो दिसम्बर तक स्थिति बेहतर होगी।
बीके जायसवाल, ओरछा ट्रांसपोर्ट, टीकमगढ़
प्रद्युम्न सिंह सोलंकी, अध्यक्ष, जिला बस आपरेटर्स, एसोसिएशन, टीकमगढ़।
हमारी बस एक अक्टूबर से चलेगी। हमारी कुल १६ बसें चलती थी लेकिन अक्टूबर से पांच-छह बसें ही चलेंगी। इस पांच महीने में बस खड़ी रहने के कारण कारण मेंटिनेंस और इंश्योरेंश में ही ६ से ७ लाख रुपए लगेंगे। सरकार ने भी टैक्स में पूर्ण माफ नहीं किया है। स्थिति सामान्य होने में अभी पांच-छह महीने और लगेंगे।
अंकित बाधवा, श्री शेर सिंह (हरिओम) बस सर्विस, टीकमगढ़