घरों से बाहर निकल आए लोग: सुबह से हुई इस हैवी ब्लॉस्टिंग की आवाज सुन गांव के लोग दहशत में आ गए और अपने घरों से बाहर निकल आए। वहीं खेतों पर काम कर रहे लोग भी भाग कर सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे। लोगों को समझ में नही आ रहा था कि आखिर यह हो क्या गया है। तेज आवाज के साथ खेतों में गिरे बड़े-बड़े पत्थरों को देखकर लोग दहशत में आ गए और लगभग आधा घंटे बाद पूरा माजरा साफ हुआ।
हो सकता था बड़ा हादसा: इस ब्लॉस्टिंग में काफी बड़े आकार के पत्थर दूर तक खेतों में उछल कर गिरे। वह तो गनीमत रही कि हवा में उछले इन पत्थरों के चपेट में कोई नही आया। यदि यह पत्थर किसी इंसान पर गिरते तो बड़ा हादसा हो सकता था। पत्थरों के खेतों में गिरने के बाद जब लोगों ने इन्हें देखा तो सोच कर परेशान हो उठे।इन्हें आई चोटें: इस घटना में खेतों पर काम कर रहे 10 लोगों को चोटें भी आई है। इन लोगों पर भी ब्लॉस्टिंग के कुछ पत्थर गिरे है। वह तो किस्मत रही कि इन लोगों पर छोटे पत्थर गिरे। इस घटना में रानी बाई आदिवासी, जगन आदिवासी, शिशुपाल लोधी, हरदयाल आदिवासी, बृजलाल आदिवासी एवं भगवानदास आदिवासी सहित 10 लोग घायल हुए है। वहीं कुछ मवेशियों को भी चोटे आई है। इस घटना में खेतों पर बने कुछ किसानों के कच्चे मकानों के खपरैल भी गिर गए है। इस घटना के बाद जब लोगों ने इसका विरोध किया तो ठेकेदार के लोगों ने कुछ ग्रामीणों के साथ मारपीट भी की।
बिना सूचना के की ब्लॉस्टिंग: ठेकेदार द्वारा की गई इस ब्लॉस्टिंग के पूर्व न तो किसी से कोई स्वीकृति ली गई थी और न ही कोई गांव में सूचना दी गई थी। जबकि इतनी हैवी ब्लॉस्टिंग के पूर्व इसकी सूचना देना जरूरी था। इसके साथ ही ब्लॉस्टिंग के हद में आने वाले स्थान को भी खाली कराया जाना था, लेकिन ऐसा नही किया गया। गांव के सरपंच रामस्वरूप यादव का कहना है कि ठेकेदार ने ऐसा कुछ नही किया था। इस घटना के बाद पुलिस ने नहर का काम कर रहे पेटी कॉन्ट्रेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि पुलिस किसी के घायल होने की बात से इंकार कर रही है।
कहते है अधिकारी: बिना किसी सूचना के ब्लॉस्टिंग करने पर आरोपी रविन्द्र एवं संदीप यादव के खिलाफ धारा 336 427,323,294 एवं विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। घटना में किसी के घायल होने की सूचना नही है।- पुष्प राज, थाना प्रभारी कुड़ीला।
यहां पर बिना की सूचना के हैवी ब्लॉस्ट किया गया है। इस घटना में गांव के 10 लोगों को चोटे आई है। इनका उपचार भी कराया गया है।- रामस्वरूप यादव, सरपंच, नयाखेरा।