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8वीं तक मान्यता और 10वीं तक संचालित कर रहे अशासकीय स्कूल

locationटीकमगढ़Published: Sep 10, 2018 02:46:39 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

शहर में कक्षा 8वीं तक मान्यता वाले स्कूलों में कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्रों को पढ़ाया जा रहा है

Unauthorized school running illegally

Unauthorized school running illegally

टीकमगढ़.शहर में कक्षा 8वीं तक मान्यता वाले स्कूलों में कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। जहां हजारों छात्रों की फीस के चक्कर में स्कूल संचालक उनके भविष्य से खेल रहे है। वहीं शहर में नर्सरी से हायरसेकेंडरी तक के स्कूलों को छात्रों को पढाने के लिए न तो कुशल शिक्षक है और न ही खेल मैदान है के साथ न ही लाइबे्ररी। इसके बावजूद भी शिक्षा विभाग बेखबर बना हुआ है।
नगर में पुरानी टेहरी डेफोडिल स्कूल, एमएलबी स्कूल, राधा कृष्ण पब्लिक स्कूल, गुरूकुल स्कूल, के साथ अन्य स्कूलों को मान्यता जिला शिक्षा केंद्र ने कक्षा 8वीं तक दी है। लेकिन यह स्कूल कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्रों को शिक्षा दे रहे है। जहां पर न तो उन्हें पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित शिक्षक है और न ही बैठने और खेलने के लिए पूर्ण व्यवस्था। इसके बाद भी जिला शिक्षा केंद्र के जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है। बगैर मान्यता के शहर में संचालित हो रहे स्कूलों पर जिला शिक्षा केंद्र की निगरानी समिति का ध्यान नहीं है।
नियमों को ताक पर रखकर चला रहे स्कूल
शहर में छात्रों को शिक्षा का ज्ञान कम,लेकिन उनसे व्यापार अधिक किया जा रहा है। जहां स्कूल में न तो प्राईवेट स्कूल संचालकों द्वारा नियमों के तहत हाई स्कूल का भूखण्ड का न्यूनतम क्षेत्रफ ल 4000 और हायर सेकंडरी का 5600वर्गफ ुट नहीं है। यदि पहले से ही उस भवन में प्राथमिक, माध्यमिक दोनों संचालित हैं, तो उसके क्षेत्रफ ल को हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी के लिए मान्य न किया जाएगा। इसके साथ ही हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों के लिए खुली भूमि 2600 और 3000 वर्गफ ुट नहीं है और न ही प्रति छात्र के आधार पर खुली भूमि प्रति छात्र 10 वर्गफ ुट निर्मित क्षेत्र और प्रतिक्षेत्र 5 वर्गफ ुट खुली भूमि है और न ही छात्रों के लिए बैठने कक्ष, कुशल शिक्षक, शुद्ध पेयजल, शौचालय, खेलकूद का मैदान की सुविधाएं नहीं है।
प्राईवेट स्कूलों में नहीं है प्रशिक्षित शिक्षक
शासन के नियमों अनुसार प्राईवेट स्कूलों में पढ़ाने वाले वाले शिक्षकों को बीएड, बीएसटीसी, डीएलएड होना चाहिए। जिससे वह कक्षा 8वीं, 10वीं और 12वीं के छात्रों को पढ़ा सके। लेकिन जिले के प्राईवेट स्कूलों में कोई भी प्रशिक्षित शिक्षक नहीं है।


गलियों और मोहल्लों में संचालित है निजी स्कूल
जिले में अवैध रूप से संचालित गैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के भरमार से छात्रों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। अभिभावकों के लिए यह पता लगाना कठिन हो गया है कि कौन मान्यता प्राप्त स्कूल है और कौन नहीं। स्कूलों के तामझाम और आडंबर में फ ंस कर मध्यम वर्गीय परिवारों के लोग अपने पालको नामांकन तो करा लेते हैं। लेकिन धरातल पर देखा जाए तो ऐसे विद्यालयों के पास न तो कुशल शिक्षक है और न ही अन्य संसाधन।
मान्यता के बिना ही खोल लेते हैं स्कूल
पत्रिका ने इस मामले में पडताल की तो मालूम हुआ कि अधिकांश नए स्कूल मान्यता लेने के पहले ही खोले गए है। मान्यता की प्रक्रिया ही इतनी खराब है कि जिम्मेदार समय-सीमा का भी ध्यान नहीं रखाते है। दरअसल किसी व्यक्ति को यदि स्कूल खोलना है तो जरूरी नहीं कि वहां एडमिशन हो। एडमिशन होने के बाद मान्यता के आवेदन लगाए जाते हैं। क्योकि जिला शिक्षा केंद्र में अभी ऐसे दर्जनों अशासकीय स्कूल है। जिन्हें अभी भी मान्यता नहीं दी गई है।
यह है प्राईवेट स्कूल
जिले में गली मोहल्लों में दो और चार कमरों में सैकडों कक्षा 1 से 8वीं तक 275 के करीब प्राईवेट स्कूल और 60 के करीब हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल है। इन स्कूलों में जिला शिक्षा केंद्र की निगरानी समिति द्वारा कभी भी निरीक्षण नहीं किया जाता है।
इनका कहना
जिले में अशासकीय स्कूल मान्यता 8वीं तक की लिए, 9वीं और 10वीं की कक्षाओं को संचालित कर रहे है। वह गलत है। जिला शिक्षा केंद्र द्वारा अशासकीय स्कूलों की जांच के लिए अभियान चलाया जाएगा। अभियान चलाकर स्कूलों में छात्रों को दी जाने वाली सुविधाओं की जांच की जाएगी। जिस स्कूल सुविधाएं नहीं होगी। उन पर विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
अजब सिंह ठाकुर जिला शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़।
शहर और जिले में ऐसे कई स्कूल है,जिनमें छात्रों के लिए न तो कुशल शिक्षक है और न ही खेल मैदान। संबंधित स्कूलों की जांच के लिए बरिष्ठ अधिकारियों को पत्र देगें।
हरीशचंद्र दुबे डीपीसी सर्व शिक्षा अभियान टीकमगढ़।
शिक्षा विभाग द्वारा डेफोडल स्कूल को कक्षा 8वीं तक मान्यता दी है। स्कूल में कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्रों को कॉचिंग के उद्देश्य से पढाया जाता है।
सुनील मजूमदार संचालक डेफोडल स्कूल टीकमगढ़।

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