script१५ गांवों में जीविक खाद से लगाई जा रही पोषण बाटिकाएं | Vegetables will be grown without chemicals, will keep the village clea | Patrika News

१५ गांवों में जीविक खाद से लगाई जा रही पोषण बाटिकाएं

locationटीकमगढ़Published: Apr 14, 2021 08:04:11 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

मोहनगढ़ तहसील क्षेत्र के१५ गांवों में जैविक खाद से खेती की जा रही है। उसी के तहत प्रत्येक परिवार में पोषण बाटिकाओं को लगाया जा रहा है।

Vegetables will be grown without chemicals, will keep the village clean

Vegetables will be grown without chemicals, will keep the village clean


टीकमगढ़.मोहनगढ़ तहसील क्षेत्र के१५ गांवों में जैविक खाद से खेती की जा रही है। उसी के तहत प्रत्येक परिवार में पोषण बाटिकाओं को लगाया जा रहा है। वह बाटिकाएं कैमिकल मुक्त है। उनमें सब्जी से संबंधित सभी प्रकार के पोषक पौधों को लगाया जा रहा है। जिससे कुपोषण को दूर करने के साथ जैविक खेती को अपनाने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
कोडिया के मुन्ना आदिवासी, गौरेलाल अहिरवार, कांटी की हीरा देवी अहिरवार, सोमवती अहिरवार, आशाराम रैकवार, बरेठी की रेखा सोनी, क्रीति दांगी, अचर्रा के सीमा केवट, गौराबाई केवट, ग्याजीतपुरा के सविता अहिरवार को द्वारा जैविक खाद का उपयोग कर पोषण बाटिकाओं को लगाया जा रहा है। उन बाटिकाओं में स्थानीय लोगों को स्वस्थ्य रहने के लिए कैमिकल से उगाई जाने वाली सब्जियों का बहिष्कार कर किचिन गार्डन में सब्जी उगाने के लिए बैठकें आयोजित की जा रही है। उनसे गांव की महिलाओं को रोजगार मिलेगा और स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
लगाई जा रही बैठकें
सामाजसेवी रामाकांत राना का कहना था कि मोहनगढ़ क्षेत्र के ग्याजीतपुरा, नंदनवारा, बरेठी, वनगांय, खाकरौन, नादिया, कोडिया, टपरन, कांटी, मस्तापुर के साथ अन्य गांव की महिलाओं को जोड़कर बैठकें आयोजित की जा रही है। उन बैठकों में महिलाओं को घर खर्च के खर्च के लिए किचिन गार्डन लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। किचिन गार्डन जैविक तरीके से सब्जी को लगाए जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उनमें गार्डन में घरों से निकलने वाले पानी से ही घर में उपयोग होने वाली सब्जी निकलेगी। जिसमें पानी भी बर्बाद नहीं होगा और जगह का उपयोग भी हो जाएगा।


घर के खर्च की हो रही बचत
नंदनवारा निवासी गुड्डी यादव, मानकुंवर यादव ने बताया कि पोषण बाटिका और किचिन गार्डन से घरों में सब्जी के नाम पर खर्च होने वाले रुपए की बचत हुई है। इसके साथ ही इस पोषण बाटिका से उगाई गई सब्जी फसल में स्वाद मिला है। इस प्रकार की सब्जी फसल को उगाने का कार्य शुरू कर दिया है। जिससे कुपोषण को मिटाने और पोषण में मद्द मिलेगी।
अब महिलाएं भी आ रही आगें
मोहनगढ़ तहसील क्षेत्र के १५ गांवों में महिलाओं को आगे लाने के लिए बैठकें आयोजित की जा रही है। उन बैठकों में महिलाओं को घर का खर्च चलाने के लिए रोजगार खोलने के लिए जागरूक किया जा रहा है। यह रोजगार स्वयं की जमीन पर जैविक खाद से होगें। वह जैविक खाद बनाने, स्वयं की जमीन पर सब्जी की खेती करने, चिकिन गार्डन के साथ पोषण बाटिकाओं को भी लगाने की बात की गई है। उससे निकलने वाली सब्जी को हाट बाजार में बैचेगी। जिससे परिवार के लोगों को रोजगार मिलेगा। आत्म निर्भर के लिए भी ग्रामीण क्षेत्र आगें बढ़ेगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो