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वनविभाग की हजारों एकड़ जमीन पर दबंगों ने बोई खरीफ फ सल

locationटीकमगढ़Published: Jul 07, 2020 02:15:39 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

जिले के मोहनगढ़, बड़ागांव धसान, बुडेरा, बल्देवगढ़ और खरगापुर के साथ पलेरा क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा वन विभाग की भूमि पर कब्जा कर दोनों सीजनों की फसलों को बोया जा रहा है।

Villagers said Tikamgarh, Jatara and Baldevgarh forest rangers are protected

Villagers said Tikamgarh, Jatara and Baldevgarh forest rangers are protected


टीकमगढ़.जिले के मोहनगढ़, बड़ागांव धसान, बुडेरा, बल्देवगढ़ और खरगापुर के साथ पलेरा क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा वन विभाग की भूमि पर कब्जा कर दोनों सीजनों की फसलों को बोया जा रहा है। यह संरक्षण वनरेंजरों द्वारा दिया जा रहा है। जिसकी शिकायतें भी ग्रामीणों द्वारा बीट प्रभारियों के साथ वनरेंजरों और डीएफओ को दी गई थी। लेकिन मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
बानबेई नर्सरी पिपरा मडोरी के साथ पी ७० गोरा वन वीट सरकनपुर सबरेंज खरगापुर और टीकमगढ़ के सापौन, अंतौरा, अमरपुर, मातौली, पठलाखेरा, नैनवारी, लारबंजरया और बड़माडई गांव के लोगों द्वारा वन भूमि पर कब्जा करके फसल को बोया गया है। कही तो वनों में रोपित किए गए पौधों को नष्ट किया गया है। इसके बाद भी वनरेंजरों द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है। रमपुरा के सुरेंद्र सिंह ने बताया कि यहां पर दर्जनों एकड़ पर दबंगों द्वारा वन विभाग की भूमि पर कब्जा किया गया है। मामले की जानकारियों के साथ शिकायतें एसडीएम के साथ वन रेंजरों को दी गई है। लेकिन मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
ग्रामीणों ने की शिकायत
पिपरा मडोरी निवासी चंदू लोधी, गोकल लोधी, प्रभू लोधी, मुन्ना बंशकार, ग्यादीन अहिरवार, हीरा रैकवार, किसन रैकवार और देवकी तिवारी ने बताया कि वनरेंजर के संरक्षण में वनभूमि पर खेती करवाई जा रही है। जिसकी शिकायत भी की गई। लेकिन मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

हटा, एरोरा और तालमऊ, नयागांव में कब्जा
ग्रामीणों का कहना था कि वीट प्रभारियों द्वारा कब्जाधारियों को शरण दी जा रही है। जिसके कारण हटा से एरोरा तक और तालमऊ के साथ डिकौली और नयागांव में कब्जा जमाए हुए है। इसके साथ ही कुडयाला गांव चौधरी खिरक सड़क किनारे वन भूमि को जोतकर फसलों को बो दिया है। जिसकी शिकायत इमलाना सरपंच द्वारा पूर्व में की गई थी। लेकिन मामले को लेकर वनरेंजर द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है।
मोहनगढ़ रेंज में जमकर हुआ कब्जा
क्षेत्र के भौरगढ़ के साथ दरगांय कलां, पंचमपुरा, मस्तापुर, गोर और मालपीथा और दरयाव गांव के साथ मझगुवां में ग्रामीणों द्वारा वन विभाग की जमीन पर बाडा बना लिया है। इसके साथ ही उस जमीन से पत्थरों के साथ रेत का कारोबार भी किया जा रहा है। जिसकी सूचना किसानों द्वारा वनरेंजर को लिखित में शिकायत की गई थी। इसके साथ ही कब्जा हटाने की मांग की गई थी।
चलाया गया अभियान, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई
वन भूमि पर किए गए कब्जा को हटाने को लिए विभाग द्वारा अभियान चलाया गया था। लेकिन अभियान सिर्फ नाममात्र के लिए रहा। किसी भी कब्जाधारियों पर कार्रवाई नहीं की गई है।
वनरेंजरों ने कहा नहीं है जानकारी
टीकमगढ़ के वनरेंजर राजेंद्र पस्तौर का कहना था कि मामले में कार्रवाई तो प्रतिदिन हो रही है। लेकिन जानकारी नहीं है। यह भी जानकारी नहीं है कि रेंज का एरिया कितना और कहां-कहां कब्जा किए गए है। वहीं जतारा वनरेंजर वैभव चौहान को दो बार फोन द्वारा सम्र्पक किया गया। लेकिन दोनों बार जानकारी देने से बचते रहे। दोनों बार बहाना बनाकर बात को टालने की बात की गई। इसके साथ ही बल्देवगढ़ वनरेंजर सुचिता मिश्रराम को फोन लगाया गया। लेकिन उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया।
इनका कहना
जहां-जहां वन भूमि पर कब्जा करके फसल बोई गई है। उन स्थानों को चिन्हित किया जाएगा। अगर कब्जा करवाने में विभाग के किसी भी कर्मचारी का सहयोग होगा तो जांच कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
एपीएस सेंगर डीएफओ टीकमगढ़।
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