टीकमगढ़

सर्द रातों में सैकड़ों किसान खरीदी केंद्रों पर खुले आसमान के नीचे बिता रहे रात

खरीद केन्द्रों पर अव्यवस्थाओं के कारण उपज लेकर पहुंच रहे किसानों को सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर होना पड़ रहा है।

टीकमगढ़Jan 18, 2019 / 08:51 pm

vivek gupta

Waiting for farmers for many days on urad purchase centers

टीकमगढ़. किसानों की हिमायत के नाम पर सत्ता में काबिज होने वाली कांग्रेस सरकार में भी किसानों की मुश्किलें कम नहीं हो रही। इन दिनों उड़द और मूंगफली की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है। खरीद केन्द्रों पर अव्यवस्थाओं के कारण उपज लेकर पहुंच रहे किसानों को सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसके बावजूद प्रशासन इन किसानों का कोई सुध नहीं ले रहा।

फसल खरीदी का आज अंतिम दिन
जतारा ब्लॉक के लिधौरा एवं पलेरा ब्लॉक के सिमरा खुर्द खरीदी केंद्रों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। किसान अपने-अपने ट्रैक्टरों पर डेरा डाले हुए हैं। रूपसगंज के किसान कल्लूपाल, संतोष पाल ने बताया कि हमें 8 दिन हो गए लेकिन हमारा उपज उड़द की अभी तक खरीद नहीं हो पाई है।

वहीं जब्बार खान ने बताया कि वह करीब दस दिन से ट्रैक्टर पर डेरा डाले हुए हैं। फतेह का खेड़ा के निवेश यादव, वीरपुरा सुखनंदन देवी सिंह ने बताया कि हम चौबीसों घंटे अपनी उपज की रखवाली के लिए ट्रैक्टर पर ही रहना पड़ रहा है। घर जाने का अवसर ही नहीं मिलता। घर से परिजन भोजन पहुंचा जाते हैं। बड़ी परेशानी हो रही है। वहीं मडोरी के प्रभु दयाल मिश्रा, बिजोरा उठा के बहादुर सिंह ने बताया कि वह करीब एक पखवाड़े से खरीदी केन्द्रों के चक्कर लगा रहे हैं। भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। अव्यवस्था इतनी है कि वापस जाने का मन करता है।

समर्थन मूल्य पर शनिवार तक ही खरीद की जाएगी। ऐसे में खरीदी केंद्रों पर डेरा डाले हुए सैकड़ों किसानों की उपज की खरीदी कैसे हो सकती है। किसानों को चिंता है कि 19 जनवरी को भी यदि खरीद नहीं हुई तो फिर क्या होगा?

लिधौरा का गोदाम फुल
समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए जतारा ब्लॉक के लीधौरा में एक प्राइवेट वेयरहाउस को खरीदी केंद्र बनाया गया था जिसकी क्षमता 10000 मीट्रिक टन थी जो लगभग पूरी हो गई। अब वहां पर खरीदी किए जाने वाले उड़द व मूंगफली रखने के लिए जगह नहीं है। मैदान में संकीर्णता के चलते तुलाई प्रभावित हो रही है। हजारों किसान अपनी फसल बेचने के लिए यहां डटे हुए हैं।
वहीं सिमरा के गोदाम पर बम्होरी कला, कुडयाला एवं सिमरा खुर्द की समितियों के माध्यम से खरीदी की जा रही है। इन जगहों पर भी फसलों से लदे वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। जतारा कृषि उपज मंडी में जतारा रामगढ़ सतगुरु मुहावरा के बनाए गए खरीदी केंद्र पर भी दर्जनों ट्रैक्टर लेकर किसान अपनी उपज के साथ रात गुजारने को मजबूर हैं।

इनका कहना है
खरीदी में एक दिन शेष है यह बात सही है, लेकिन अधिक से अधिक किसानों को टोकन जारी करके किसानों की उपज खरीदने की कोशिश की जाएगी। शासन की योजना का लाभ किसानों को मिले, इसके तमाम प्रयास भी किए जाएंगे।
केएल मीणा, एसडीएम, जतारा

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