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आवागमन हुआ अवरूद्ध, घुटनों तक पानी से निकल कर स्कूल जा रहे नौनिहाल

locationटीकमगढ़Published: Sep 23, 2018 03:35:57 pm

Submitted by:

anil rawat

बांध में लगभग 50 प्रतिशत पानी का भराव होने से बांध के समीपस्थ ग्राम पंचायत बुड़ेरा के डुडियनखेरा और पटलाखेरा को जोडऩे वाला मार्ग पूरी तरह से डूब गया है।

Water in the village

Water in the village

टीकमगढ़. जिले की पहली बांध परियोजना बान सुजारा में इस वर्ष से भराव प्रारंभ कर दिया गया है। बांध में पहली बार पानी का भराव किया जा रहा है। बांध में लगभग 50 प्रतिशत पानी का भराव होने से बांध के समीपस्थ ग्राम पंचायत बुड़ेरा के डुडियनखेरा और पटलाखेरा को जोडऩे वाला मार्ग पूरी तरह से डूब गया है। मार्ग डूबने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बान सुजारा में पानी भरे जाने से बुड़ेरा के ग्राम डुडियनखेरा और पटलाखेरा के लोगों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। बांध मेें भराव होने पर यहां से निकले नाले का पानी अब गांव की ओर जाने लगा है। इस बांध का पानी बुड़ेरा को डुडियनखेरा और पटलाखेरा से जोडऩे वाले मार्ग पर फैलने लगा है। वर्तमान में इस सड़क पर लगभग 3 फीट पानी भरा हुआ है। कहीं-कहीं पर तो पानी की गहराई और भी ज्यादा हो गई है। ऐसे में इन गांवों के लोग परेशान बने हुए है।
पानी से निकल रहे लोग: लोगों को अपने जरूरी काम के लिए इसी पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानियां यहां के बच्चों को हो रही है। स्कूल जाने के लिए बच्चों को यहीं से निकलना पड़ रहा है। रोज स्कूल जाने के लिए घर से निकल रहे बच्चें अपने कपड़े गीले कर स्कूल पहुंच रहे है। वहीं लोगों की माने तो हर काम के लिए उन्हें बुड़ेरा जाना होता है। इस मार्ग के अतिरिक्त कोई दूसरा मार्ग भी नही है। यदि दूसरे रास्तें से जाते है तो पहले लोगों को यहां से 5 किलोमीटर दूर डिकौली जाना होगा, वहां से बुड़ेरा आना होगा।

नही हो सका पुल का निर्माण: ग्रामीणों की माने तो बांध का सर्वे होने के साथ ही यह समस्या सामने आई थी। इस समस्या के निराकरण के लिए इस नाले पर पुल का निर्माण किया जाना था, लेकिन इस पुल का समय से निर्माण पूरा नही हो सका है, इसलिए यह समस्या सामने आ रही है। अब यहां पर भारी का भराव हो जाने के कारण पुल का काम भी बंद है। निर्माण एजेंसी का कहना है कि जब पानी कम हो जाएगा तक काम किया जाएगा।
कम नही होगा पानी: वहीं ग्रामीणों की माने तो अभी यहां का पानी कम होने की कोई संभावना नही है। क्यों कि बांध की शर्तों के अनुरूप पहली बार बांध को लगभग 50 प्रतिशत भरना है। इतना पानी बांध में होने के कारण ही यहां पर यह समस्या बनी है। अधिकारी बांध के पानी का स्तर कम करने से साफ मना कर चुके है। गांव के सरपंच नीतू कुम्हार का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों से बात की है, लेकिन उन्होंने पानी कम करने से मना कर दिया है। वहीं गांव के इम्तियाज खान, ऋषि तिवारी, मनोज यादव, अमित राय, राजेन्द्र यादव का कहना है कि लगभग एक पखवाड़े से यहां पानी होने से काफी परेशानियां सामने आ रही है।
कहते है अधिकारी: यहां पर नाले पर पुल का काम किया जा रहा है। लगभग एक माह में यह पुल तैयार हो जाएगा। इस समस्या के लिए दूसरा डायर्वन मार्ग बनाया गया है। पुल का निर्माण होने पर समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। इसकी जानकारी कर समस्या दूर करने का प्रयास किया जाएगा।- अनिल दीक्षित, कार्यपालन यंत्री, बान सुजारा परियोजना, टीकमगढ़।

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