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गांव में नहीं मिल रहा काम, मजदूरी करने के लिए जा रहे राजस्थान

locationटीकमगढ़Published: Jan 28, 2022 08:55:13 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

.ग्राम पंचायत में युवाओं और मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। काम की तलाश में परिवार के साथ परदेश के लिए निकल गए है। जहां काम करके अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर पाएगें।

will come back at the time of examination

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टीकमगढ़/पृथ्वीपुर.ग्राम पंचायत में युवाओं और मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। काम की तलाश में परिवार के साथ परदेश के लिए निकल गए है। जहां काम करके अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर पाएगें। परीक्षा कार्यक्रम के समय वापस आए जाएगें। यह बात बस में जाते समय जतारा जनपद पंचायत की ग्राम पंचयात विदारी के मजदूरों और युवाओं ने कही है।
शुक्रवार की दोपहर दर्जनों मजदूर बस में सवार होकर दिल्ली और राजस्थान के लिए बोरियर विस्तर लेकर जा रहे थे। कोई घर छोडऩे की बजह से आंसू बहा रहा था तो कोई पढ़ाई को छोड़कर भरण पोषण की करने के लिए मजदूरी करने जा रहा था। सभी पीडि़तों ने ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव, रोजगार और ठेकेदारों को कोसा है। उनके कारण गांव के लोगों को मजदूरी नहीं मिल रही है। मशीनों से कराए गए कामों की राशि को चहेतों के बैंक खातों में डालकर निकाली जा रही है।
मशीनों से कराया जा रहा ग्राम पंचायत का काम, यहां रहेंंगे तो भूखों मर जाएगें
मजदूर रामदीन अहिरवार, रुपेश बंशकार, प्रेमपाल यादव ने बताया कि यहां रहेगें तो भूखों मर जाएगें। फसलों की कटाई के लिए अभी देर है। किसानों के पास भी कुछ नहीं है। ग्राम पंचायतों में काम मजदूरों की जगह मशीनों से कराया जा रहा है। उसका निरीक्षण जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। लेकिन वह मजदूर नहीं, काम निरीक्षण करके वापस चले जाते है। जिसके कारण मजदूर परेशान होकर पलायन करने के लिए मजबूर है। मजदूरी दिलाने के लिए शिकायत भी की जाती है। लेकिन मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। परिवार का भरण पोषण करने के लिए दिल्ली, पंजाब, गुडगांव के साथ अन्य शहरों में जा रहे है।
मजदूरों की नहीं होती जांच, जेल में बंद कैदी और मेडिकल पर काम करने वालों के नाम डाली मजदूरी
ग्राम पंचायत बौरी हनुमानसागर के लोगों ने बताया कि जेल में बंद कैदी, सीसी टीवी कैमरों की निगरानी में मेडिकल पर काम करने वाले, कपड़ों की दुकाना पर काम करने वाले चाय की दुकान का संचालन करने वालों के नाम सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ने मजदूरी डाली है। जिसकी शिकायतें जनपद पंचायत सीइओ, जिला पंचायत सीइओ और कलेक्टर से शिकायत की गई है। उसके बाद भी मजदूरों की जांच जिम्मेदारों द्वारा नहीं की गई। यहां तक सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की गई। लेकिन जांच कर्ताओं द्वारा मौके पर आकर जांच नहीं की गई। जिसके कारण मजदूर पलायन कर रहे है।
इनका कहना
कॉलेज में प्रथम वर्ष की कक्षा में प्रवेश लिया है। प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं हो गई है। अब मजदूरी करने के लिए राजस्थान जा रहे है। दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने के लिए वापस आ जाएगें। अगर यहां रहेगें तो भूखों मर जाएगें। परिवार का भरण पोषण करने के लिए जा रहे है।
प्रमोद अहिरवार ग्राम पंचायत विदारी
जतारा जनपद पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत में सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक द्वारा करोड़ों रुपए के निर्माण कार्य कराए गए है। जिसमें एक भी मजदूर काम के लिए नहीं लगाया गया है। उनकी जगह पर मशीनों ने काम किया है। लेकिन गांव के फर्जी मजदूरों के नाम मस्टर बनाए गए है। उनके नाम पर फर्जी मजदूरी डालकर रुपए निकाले गए है। जिसके कारण दिल्ली और राजस्थान मजदूरी करने के लिए जाना पड़ रहा है।
धीरज अहिवार विदारी

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