केवल 1 प्रतिशत ही भूमि स्वामी हैं। शोभा तिवारी ने बताया कि यह संवाद यात्रा पैतिृक संपत्ति पर महिलाओं के लिए अधिकार, ससुराल पक्ष में संपत्ति अधिकार, शासन द्वारा जमीन के आवंटन में महिलाओं की हिस्सेदारी, अकेली एवं बेसहारा महिलाओं के संपत्ति अधिकार के लिए, भूमि अधिग्रहण का विरोध करने के लिए निकाली जा रही है। प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान एकता महिला मंच की संयोजिका श्रद्धा कश्यप ने बताया कि
एकता परिषद पदाधिकारियों ने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से सरकार के समक्ष महिला किसान अधिकार अधिनियम को लागू एवं क्रियान्वित करने, भूमि अधिकरण एवं फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यध्म से जमीन संबंधी मुद्दों को निपटाने, भूमि सुधार पर राष्ट्रीय टॉस्ट फोर्स का गठन एवं क्रियान्वयन सहित कई मांगें रखी जा रही हैं।
महिला पदाधिकारियों ने बताया कि केन्द्र में बैठी सरकार विकास की परिभाषा को सुधारे, किसानों को बर्बाद न करें। आंदोलनों को कुचल कर सरकार लोगों में दहशत पैदा कर रही है।