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जमीन के मामलों में लेट लतीफी अब नहीं चलेगी, इसलिए निकाली यह यात्रा

locationटीकमगढ़Published: Sep 24, 2018 11:34:14 am

Submitted by:

vivek gupta

महिला भूमि संवाद यात्रा पहुंची टीकमगढ़ , पदाधिकारियों ने की प्रेस कान्फ्रेंस

Women's Land Communication Yatra

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टीकमगढ़. एकता परिषद द्वारा केरल से ग्वालियर तक निकाली जा रही महिला भूमि संवाद यात्रा आज टीकमगढ़ जिले में पहुंची। इस अवसर पर यात्रा में शामिल पदाधिकारियों ने स्थानीय सर्किट हाउस में एक प्रेस कान्फे्रंस का आयोजन किया गया। प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान एकता महिला मंच की संयोजिका श्रद्धा कश्यप, राष्ट्रीय सदस्य शोभा तिवारी, कस्तूरी पटैल, सोशल मीडिया विंग से मानसी पगारे, एकता परिषद महिला इकाई की जिला संयोजिका अनुभा एवं नत्थूलाल वर्मा मौजूद रहे।
प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान श्रद्धा कश्यप ने बताया कि यह यात्रा महिला किसानों और महिलाओं के भूमि अधिकारों को लेकर निकाली जा रही है। जमीन केवल संपत्ति मात्र नहीं है। भूमि अधिकरण एवं फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यध्म से जमीन संबंधी मुद्दों को निपटाने सहित कई मांगें रखी जा रही हैं। बल्कि सामाजिक सुरक्षा, पहचान एवं सम्मान का भी प्रतीक है। विश्व में 80 प्रतिशत महिलाएं किसान के रूप में काम करती हैं। केवल 10 प्रतिशत महिलाएं किसानी की आय में हिस्सेदार हैं।

 

केवल 1 प्रतिशत ही भूमि स्वामी हैं। शोभा तिवारी ने बताया कि यह संवाद यात्रा पैतिृक संपत्ति पर महिलाओं के लिए अधिकार, ससुराल पक्ष में संपत्ति अधिकार, शासन द्वारा जमीन के आवंटन में महिलाओं की हिस्सेदारी, अकेली एवं बेसहारा महिलाओं के संपत्ति अधिकार के लिए, भूमि अधिग्रहण का विरोध करने के लिए निकाली जा रही है। प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान एकता महिला मंच की संयोजिका श्रद्धा कश्यप ने बताया कि

एकता परिषद पदाधिकारियों ने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से सरकार के समक्ष महिला किसान अधिकार अधिनियम को लागू एवं क्रियान्वित करने, भूमि अधिकरण एवं फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यध्म से जमीन संबंधी मुद्दों को निपटाने, भूमि सुधार पर राष्ट्रीय टॉस्ट फोर्स का गठन एवं क्रियान्वयन सहित कई मांगें रखी जा रही हैं।

महिला पदाधिकारियों ने बताया कि केन्द्र में बैठी सरकार विकास की परिभाषा को सुधारे, किसानों को बर्बाद न करें। आंदोलनों को कुचल कर सरकार लोगों में दहशत पैदा कर रही है।

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