AUTOMATIC-FUEL MODE पर स्विच करें
एक बार जब आप अपनी कार में स्वचालित ईंधन मोड चालू करते हैं, तो कार पेट्रोल मोड में काम करना शुरू कर देती है। हालांकि जब तापमान एक निश्चित स्तर तक पहुंच जाता है, तो सीएनजी मोड चलन में आ जाता है, चुंकि यह मोड कार के इंजन के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि ईंधन इसे प्रभावी ढंग से लुब्रिकेट करने की सुविधा देता है। इसलिए हमेशा AUTOMATIC-FUEL MODE पर स्विच करके ही CNG कार इस्तेमाल करें।
अपने वाहन को छाया में पार्क करें
सीएनजी वाहनों में गैस होती है, जो पेट्रोल आधारित वाहनों की तुलना में तेजी से भाप हो जाती है। यही कारण है कि हमेशा अपने सीएनजी वाहन को छाया में पार्क करने की सलाह दी जाती है। वाहन को छाया में पार्क करने से ना सिर्फ कार सुरक्षित रहती है, बल्कि कार पर पड़ने वाली सूर्य की किरणों से कैबिन भी गर्म नहीं होता है। तो हमेशा ना सिर्फ CNG बल्कि अन्य ईंधन से चलने वाली कारों को भी छाया में पार्क करें।
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अपने सीएनजी सिलेंडर की समय-समय पर जांच करवाएं
सीएनजी मोड पर कार को ज्यादा देर तक चलाते रहने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि ऐसा करने से सिलेंडर पर बना दबाव कम हो जाता है, और वाल्व फटने का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए, सुनिश्चित करें कि कार के इंजन के साथ-साथ दोनों ईंधन टैंक को उचित आपूर्ति मिलती है। इसके अलावा, ध्यान रखें कि आप वाहन के वाल्व को बार-बार बदलते रहें, क्योंकि ये समय के साथ खराब हो जाते हैं।