विजयकांत ने अपने एक्टिंग करियर (Vijayakanth acting career) की शुरुआत साल 1979 में की थी हालांकि साल 2010 के बाद उन्होंने पूरी तरह से राजनीति का रुख (Vijaykanth politician) कर लिया। साल 2005 में विजयकांत ने देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम (DMDK) नाम की एक पार्टी बनाई। अगर विजयकांत की फिल्मों पर गौर करें तो उन्होंने तमिल सिनेमा को लगभग 150 से ज्यादा फिल्में दी हैं। ऐसा करने वाले वो इकलौते एक्टर हैं।
1981 में आई फिल्म Sattam Oru Iruttarai ने विजयकांत को रातों रात तमिल फिल्म इंडस्ट्री का स्टार बना दिया था। इस फिल्म में वो अपने माता-पिता की मौत का बदला लेते हुए दिखाई दिए थे। इस फिल्म की सक्सेस के बाद इसे हिंदी, तेलुगु, मलयालम जैसी भाषाओं में भी रिलीज किया गया था।। वहीं साल 1986 में विजयकांत को Amman Kovil Kizhakale नाम की फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। 1988 में विजयकांत ने तमिल भाषा में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म दी थी। जिसका नाम Senthoora Poove था। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भी मिला था।
विजयकांत ने अपने करियर सफर में हर तरह के रोल किए और दर्शकों ने उन्हें खूब पसंद किया। कॉप अवतार में 1990 में रिलीज हुई फिल्म Chatriyan ऑडियंस को खूब पसंद आई थी। साल 2000 में आई फिल्म Vaanathaippola ने नेशनल अवॉर्ड भी जीता था। विजयकांत ने इस फिल्म में डबल रोल प्ले किया था।