नोटबंदी जैसी गलती
कमल हासन ने लॉकडाउन को नोटबंदी जैसी गलती बताया है। उन्होंने लिखा, ‘मेरा सबसे बड़ा डर यह है कि नोटंबदी की तरह ही उसी गलती को बड़े पैमाने पर दोहराया जा रहा है। जहां नोटबंदी से गरीबों की बचत और आजीविका को नुकसान हुआ, वहीं बीमारी को लेकर नियोजित लॉकडाउन हमें जीवन और आजीविका दोनों के नुकसान की ओर ले जा रही है। गरीबों के पास आपकी ओर देखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, एक तरफ आप अधिक विशेषाधिकार प्राप्त लोगों से दिया जलाकर रोशनी का तमाशा करने के लिए कह रहे हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब आदमी की दुर्दशा अपने आप में एक शर्मनाक तमाशा बन रही है। उधर आपकी दुनिया ने अपनी बालकनियों में तेल के दीये जलाए हैं, गरीब अपनी अगली रोटी सेंकने और सब्जी भूनने खातिर पर्याप्त तेल इकट्ठा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।’