शाह की जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय ने अभियोजन पक्ष को पूछताछ संबंधी विवरण को एक मोहरबंद लिफाफे में डालकर दाखिल करने को कहा और जमानत पर सुनवाई को 26 सितंबर तक के लिए टालते हुए उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से उस दिन इस मामले में अपनी राय देने के लिए कहा है। पुलिस ने कहा था कि वह जांच कर रही है और उसे अधिक समय की आवश्यकता है जिसके बाद अदालत ने यह निर्देश दिए। इसी मामले में उच्च न्यायालय 25 सितंबर को उनकी अभिनेत्री पत्नी काव्या माधवन और उनके करीबी दोस्त अभिनेता व निर्देशक नादिर शाह की जमानत पर सुनवाई करने वाली है।
इसी तरह, अदालत ने काव्या माधवन की याचिका पर सुनवाई करते हुए अभियोजन पक्ष से जवाब मांगा और मामले को आगे के लिए टाल दिया। इस मामले की अगले सप्ताह तक सुनवाई होने की संभावना है। शाह से रविवार को दूसरी बार पूछताछ की गई जोकि चार घंटे से अधिक समय तक चली। काव्या से पिछले महीने पूछताछ की गई थी।
अभिनेत्री का अपहरण 17 फरवरी को त्रिशूर से कोच्चि जाने वाले रास्ते पर किया गया था। उन्हें दो घंटों के लिए उनके वाहन में जबरन घुमाया गया जिसके बाद अभिनेता-निर्देशक लाल के घर के सामने फेंक दिया गया जहां से पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। मुख्य आरोपी पुल्सर सुनी और उसके सहयोगियों को एक सप्ताह बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपियों से पूछताछ के बाद दिलीप को गिरफ्तार कर लिया गया।