वे महंगे शोक को पूरा करने के लिए मोटरसाइकिल चोरी की वारदात को अंजाम देते। औने-पौने दामों पर टोंक व जयपुर समेत कईस्थानों पर बेच दिया करते थे। शहर में लगातार हो रही मोटरसाइकिल चोरी के बाद पुलिस अधीक्षक आदर्शसिधू ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा तथा पुलिस उपाधीक्षक सौरभ तिवारी के निर्देशन में टीम का गठन किया।
इसमें कोतवाली थाना प्रभारी बंशीलाल पाण्डर, सदर थाना प्रभारी छोटेलाल तथा जिला स्पेशल टीम प्रभारी घनश्याम मीणा के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल प्रेमचंद, बालूराम, राजेश, हवेन्द्र, दिनेश, राकेश, जीतराम, गंगालाल, सांवरा व प्रधान को शामिल किया। साइबर सैल के राजेश, प्रेमचंद, हवेन्द्र व दिनेश ने विशेष तकनीक का उपयोग कर शहर में चोरी करने वाले गिरोह का पता लगाया।
उन्होंने संदेह के आधार पर सदर थाना टोंक के बिछारस गांव निवासी जीतराम उर्फ जीतू पुत्र गिर्राज यादव, धोलाभाटा थाना डिग्गी निवासी राकेश पुत्र मोतीलाल गुर्जर तथा बाहेडा थाना डिग्गी निवासी लालाराम पुत्र छीतरलाल गुर्जर को हिरासत में लिया और पूछताछ की।
इसमें तीनों ने शहर से मोटरसाइकिलें चुराना कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर 18 मोटरसाइकिलें बरामद की है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्टमें पेश कर रिमाण्ड पर लिया है। पुलिस आरोपियों से अन्य चोरियों के बारे में पूछताछ कर रही है।