जबकि आमली में बिन्तोष देवी, बालीथल में रेणू देवी, बिलासपुर में रेणू मीणा, बिलोता में सतवीर बैरवा, बोसरिया में छीतर लाल धाकड, चोरू में लड्डूलाल खंगार, देवली में बुद्धिप्रकाश मीणा, ढिकोलिया में पाना देवी, गोठडा में रामनिवास, हैदरीपुरा में बाबूलाल मीणा, कचरावता में दिलखुश मीणा, ककोड में हनुमान लक्षकार, खेलनिया में मुकेश, खोहल्या मे जंबूरी देवी, मण्डावरा में चेतराम गूर्जर, मोहम्मदगढ में शंकरलाल मीणा, मोहम्मदपुरा में ज्योति बैरवा, पचाला में लड्डूलाल, पलाई में लादूलाल रैगर, पाटोली में नटी देवी, पायगा में शांती देवी, फूलेता में पूरणमल, रिजोदा में ओमप्रकाश बैरवा, रूपवास में जगदीश गूर्जर, श्योराजपुरा में भूरी, सुरेली में रमेशचन्द रैगर, सूंथडा में रवि कुमार तथा उखलाणा में मेई देवी निर्विरोध निर्वाचित हुए।
मां और बेटी बनी सरपंच
उनियारा. पंचायत राज चुनावों के तहत उनियारा उपखण्ड की 36 पंचायतों के लिए बुधवार को हुए मतदान में मां और बेटी दोनों ही सरपंच पद पर निर्वाचित हुई। कुण्डेर पंचायत में सरस्वती देवी चौधरी ने सोहनी देवी को 340 मतों से हराकर सरपंच बनी। वहीं खातोली पंचायत में पूजा चौधरी ने कमला को 106 मतों से हराकर सरपंच का चुनाव जीती। दोनों रिश्ते में मां और बेटी है। जबकि सरस्वती देवी के पति काशीराम चौधरी पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके है।