स्टॉक क्षेत्र से बनास नदी की दूरी मात्र दो-तीन किलोमीटर है। यहां खनन कर्ता जयपुर सिटी एवं जयपुर देहात क्षेत्र में बजरी की सप्लाई करते थे।
पुलिस को मिला 300 ट्राली बजरी का स्टॉक, गड्ढों में फैला कर किया नष्ट
टोंक/टोडारायसिंह. पुलिस ने बजरी खनन व स्टॉक पर कार्रवाई करते हुए रविवार शाम चूली क्षेत्र में स्टॉक की गई करीब 300 ट्रॉली बजरी को गड्ढों व झाडिय़ों में फैला दिया। डम्परों के माध्यम से चोरी छिपे परिवहन
थाना प्रभारी बंशीलाल ने बताया कि चूली व बरवास क्षेत्र में बजरी का स्टॉक होने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने पर चूली के निकट सरकारी भूमि पर काफी मात्रा में बजरी का स्टॉक मिला, जिसे जेसीबी मशीन व लोडर मशीन से झाडियों व गड्ढों में फैला कर नष्ट किया गया। उक्त बजरी अनुमानत तीन हजार 600 टन है। कार्रवाई देर रात तक जारी रही। उन्होंने बताया कि बजरी माफिया दिन में नदी क्षेत्र से टै्रक्टरों के माध्यम से बजरी का स्टॉक कर लेते है तथा रात्रि में ट्रैलर व डम्परों के माध्यम से चोरी छिपे परिवहन करवाते है।
जयपुर सिटी एवं जयपुर देहात में बजरी की सप्लाई जानकारी अनुसार स्टॉक क्षेत्र से बनास नदी की दूरी मात्र दो-तीन किलोमीटर है। यहां खनन कर्ता जयपुर सिटी एवं जयपुर देहात क्षेत्र में बजरी की सप्लाई करते थे। इधर, दिन में गांव के निकट बजरी को लेकर की गई कार्रवाई को देखने ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान लाम्बाहरिसिंह थाना प्रभारी नरपतराम भी मौजूद थे।
आंदोलन की दी चेतावनी दूसरी ओर बजरी खनन के बाद गांवों से दौडऩे वाले वाहनों की शिकायत ग्रामीणों ने जिला कलक्टर से की है। इसमें कहा कि खननकर्ता निजी वाहनों के बीच सुरक्षा से बजरी के वाहनों को गांवों की गलियों से मुख्य सडक़ तक पहुंचा रहे हैं।
तेज गति तथा दुर्घटना की शिकायत करने पर खननकर्ता मारपीट तक कर देते हैं। इसकी लगातार शिकायतें पुलिस कंट्रोल रूम से लेकर सम्बन्धित थाना तथा प्रशासन से की जाती है, लेकिन कार्रवाई में लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि प्रशासन ने इन पर रोक नहीं लगाई तो आंदोलन करेंगे