इन दिनों मत्स्य विभाग जयपुर, कोटा, बारां, अलवर, भरतपुर, टोंक, रावतभाटा से आये लगभग दर्जनभर कर्मचारियों व बांध के मछली संवेदक के गश्ती दल की ओर से लगातार की जा रही संयुक्त कार्रवाई को लेकर मछली चोरों में हडक़म्प मच गया है। संयुक्त कार्रवाई के दौरान कार्मिकों ने बीते 24 घंटों के दौरान अलग-अलग जगहों पर गश्त कर पानी में अवैध मछली शिकार के लिए लगाई गई लगभग 50 किलो जाल जब्त किया है, जिसकी कीमत लगभग 30 हजार के करीब मानी जा रही है।
कार्रवाई के चलते मछली चोर रात को जाल तो लगा जाते है, लेकिन सुबह गश्त के कारण मछली निकालने मेें नाकामयाब हो रहे है, जिससे धीरे-धीरे जलभराव में अवैध नौकाओं का संचालन भी कम होने लगा है। कार्रवाई के दौरान मत्स्य विभाग के थान मल, शम्भू लाल, जनक सिंह, शंकर लाल, मंगल सिंह, मोहन कलवार, जमना लाल,श्याम सिंह,दिनदयाल,पूरण सिंह आदि कर्मचारी व मछली संवेदक देवेन्द्र जायसवाल के आधा दर्जन से अधिक लोग मौजूद रहे।
अंधड़ में फंसी गश्त की नाव, हादसा टला-
बीसलपुर बांध के जलभराव में मछली पर शिकंजा कसने के लिए निकली बॉट शनिवार शाम को अचानक मौसम के बदले मिजाज के चलते चली तेज लहरों के भंवर में फंस गई। इस दौरान बॉट चालक व मौजूद दर्जनभर कार्मिकों ने बिना हिम्मत हारे सावधानी से नाव को रावता के पास समय रहते वन क्षेत्र में किनारे पर सुरक्षित पहुंचने के बाद राहत की सांस ली, जिससे बांध में बडा हादसा होने से टल गया।
बीसलपुर बांध के जलभराव में मछली पर शिकंजा कसने के लिए निकली बॉट शनिवार शाम को अचानक मौसम के बदले मिजाज के चलते चली तेज लहरों के भंवर में फंस गई। इस दौरान बॉट चालक व मौजूद दर्जनभर कार्मिकों ने बिना हिम्मत हारे सावधानी से नाव को रावता के पास समय रहते वन क्षेत्र में किनारे पर सुरक्षित पहुंचने के बाद राहत की सांस ली, जिससे बांध में बडा हादसा होने से टल गया।