आशासहयोगिनी ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्र किराए के भवन में संचालित हैं। इस केन्द्र पर दस बच्चों का पंजीयन हैं। जर्जर आंगनबाड़ी होने के कारण किराए के कमरे में आंगनबाड़ी चला रहे हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र दो में 14 बच्चों का पंजीकरण हैं आशासहयोगिनी कांता परासर व पार्वती सैन ने बताया कि भवन तो नया बन गया, लेकिन चार दिवारी नहीं होने के कारण आए दिन आवास पशु आते रहते हैं।
इससे हमेशा भय बना रहता हैं। यहां पर बिजली की भी व्यवस्था भी नहीं हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र तीन जर्जर होने के कारण किराए के भवन में संचालित हैं। आशासहयोगिनी लाड देवी टेलर, कार्यकर्ता सुशीला देवी ने बताया कि बच्चों का कुल पंजीयन 9 हैं। जर्जर भवन होने के कारण आंगनबाड़ी से अब दूरी हो गई, इससे बच्चे आ नही रहे हैं हमें घर-घर जाकर लाना पड़ता हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र चार भी किराए के भवन में संचालित हैं।
बच्चों का पंजीकरण 18 हैं। आशासहयोगिनी अंजना जैन, सहायिका विमलेश देवी हैं। बच्चों के बैठने की व्यवस्था को लेकर चिंता रहती हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र पांच में दस बच्चों का पंजीकरण हैं। आशासहयोगिनी गायत्री देवी वर्मा, कार्यक्रता छोटी देवी है। भवन जर्जर हैं। बारिश आते ही छत टपकती रहती हैं। इससे कई बार बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र छोडकऱ जाना पड़ता है।
पेयजल को तरसे मोहल्लेवासी
पलाई. ग्राम पलाई में बस स्टैण्ड पर लगा हैण्डपम्प ग्राम पंचायत प्रशासन की अनदेखी एवं उदासीनता के कारण करीब एक माह से खराब पड़ा है। राजू मीणा ने बताया कि बस स्टैण्ड पर लगा हैण्डपम्प करीब एक माह से खराब है। वार्ड एक में 7-8 दिन से पानी की आपूर्ति ठप है।
सप्लाई ठप होने से बस स्टैण्ड पर लगे वाटरकूलर में पानी नहीं होने लोग निराश होकर लौट रहे हैं। इससे दुकानदार, राहगीर व मोहल्लेवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बस स्टैण्ड पर दुकानदारों व राहगीरों को सुलभ शौचालय में पैशाब करने के बाद हाथ धोने के लिए इधर-उधर जाना पड़ता है।
ग्रामीणों द्वारा बस स्टैण्ड पर लगा हैण्डपम्प सही करवाने व पीने के पानी की मोटर को चालू करवाने को लेकर पंचायत प्रशासन को अवगत करा दिया है। ग्रामीणों व दुकानदारों द्वारा सीएम हेल्प लाईन 18 1 पर भी शिकायत दर्ज करवा दी गई है, इसके बावजूद भी पंचायत प्रशासन पानी की समस्या को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।