पूनिया को 17 अक्टूबर को जोधपुर से कार्यमुक्त कर दिया, लेकिन उन्होंने झालावाड़ कार्यालय में उपस्थिति नहीं दी। विभागीय आदेश की पालना नहीं करने का दोष साबित होने पर पूनिया को निलम्बित किया गया है।
उनका मुख्यालय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग जयपुर रखा गया है।