जानकारी के अनुसार अस्पताल में एक दर्जन करीब कॉटेज वार्ड है जिनमें एसी लगे हुए है। अगर इनमें लगे ऐसी चालू कर दिए जाए तो गर्मी में मरीजों व परिजनों को राहत मिल सकती है। वार्ड में भर्ती मरीजों का दबाव भी कम हो सकता है।
आउटर कमरे में बंद:
सूत्रों ने बताया कि अस्पताल के विस्तार के लिए शुरू हुए सिविल कार्य के दौरान कॉटेज वार्ड सहित कई स्थानों से एसी के आउटर खोल कर कमरे में रख दिए गए थे। ये आउटर तब से ही कमरों में बंद पडे है। जानकारी के अनुसार जनाना अस्पताल में जो एसी लगे हुए थे, उनके मैंटीनेसं का ठेका पूरा हो चुका है। अब नया ठेका हो तो एसी चालू हो सकते है।
सूत्रों ने बताया कि अस्पताल के विस्तार के लिए शुरू हुए सिविल कार्य के दौरान कॉटेज वार्ड सहित कई स्थानों से एसी के आउटर खोल कर कमरे में रख दिए गए थे। ये आउटर तब से ही कमरों में बंद पडे है। जानकारी के अनुसार जनाना अस्पताल में जो एसी लगे हुए थे, उनके मैंटीनेसं का ठेका पूरा हो चुका है। अब नया ठेका हो तो एसी चालू हो सकते है।
घर से लाकर लगाया कूलर
बनेठा से आई प्रियंका का गत 15 मई को सिजेरीयन प्रसव हुआ था, जिसमें बच्चा कमजोर होने के कारण उसको गहन चिकित्सा इकाई में ऑब्र्जवर्शन में रखा हुआ है। ङ्क्षप्रयका की सास द्वारिका ने बताया कि थोडे दिन तो गर्मी में इधर-उधर रह कर निकाल दिए, लेकिन ज्यादा परेशानी आने पर कॉटेज वार्ड लिया है, जिसमें एसी बंद है। गर्मी को देखते हुए घर से कूलर मंगवाया है। उन्होंने बताया कि एसी रूम को किराया 500 रुपए प्रतिदिन है।
बनेठा से आई प्रियंका का गत 15 मई को सिजेरीयन प्रसव हुआ था, जिसमें बच्चा कमजोर होने के कारण उसको गहन चिकित्सा इकाई में ऑब्र्जवर्शन में रखा हुआ है। ङ्क्षप्रयका की सास द्वारिका ने बताया कि थोडे दिन तो गर्मी में इधर-उधर रह कर निकाल दिए, लेकिन ज्यादा परेशानी आने पर कॉटेज वार्ड लिया है, जिसमें एसी बंद है। गर्मी को देखते हुए घर से कूलर मंगवाया है। उन्होंने बताया कि एसी रूम को किराया 500 रुपए प्रतिदिन है।
डिलेवरी वार्ड में भी घर से लाए पंखे कूलर तेज गर्मी से परेशान अस्पताल के डिलेवरी वार्ड में भती प्रसूताओं के लिए परिजनों ने घर से कूलर व पंखे लाकर लगाए है। हांलाकि वार्ड में भामाशाहों द्वारा दिए कूलर भी है, लेकिन बड़ा वार्ड होने के कारण और आवश्यकता है।