भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक की ओर से जारी निर्देशानुसार 9 दिसम्बर तक ‘एन्टी करप्शन जागरूकता सप्ताहÓ के रूप में मनाया जा रहा है। इसके अन्तर्गत राज्य सरकार की योजनाओं की सोच को ध्यान में रखते हुए ब्यूरो द्वारा सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में प्रत्येक यूनिट, चौकी द्वारा एक ग्राम पंचायत को गोद लिया जाना है।
इसके तहत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टोंक ने ग्राम पंचायत डारडा तुर्की को गोद लिया है। इसमें ग्राम पंचायत में चहुंमुखी विकास के साथ ब्यूरो द्वारा उसे आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करते हुए एवं भ्रष्टाचार मुक्त आदर्ष ‘सजग ग्रामÓ के रूप में विकसित किया जाएगा।
ब्यूरो के एएसपी आहद खान ने बताया कि सजग ग्राम कार्यक्रम के तहत मंगलवार को ग्राम पंचायत डारडा तुर्की में संचालित राजकीय कार्यालय (ग्राम पंचायत, राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग, कृषि, आंगनबाड़ी आदि), जनप्रतिनिधि (सरपंच, उप सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड पंच) एवं आमजन के साथ समन्वय स्थापित कर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों को वास्तविक लाभार्थियों तक पहुचांने के लिए समझाईश की गई।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजकीय कर्मचारियों एवं आमजनता के बीच सेतु (पुल) का कार्य करेगी। ‘सजग ग्रामÓ में किसी भी राजकीय अधिकारी, कर्मचारी द्वारा कोई रिश्वत नहीं ली जाएगी तथा आमजन द्वारा भी रिश्वत नहींं दी जाएगी। इस के लिए शपथ दिलवाई गई। आजमन को एसीबी की कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया। भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए गोपनीय रूप से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मित्र मनोनीत किए गए।
लोगों ने कहा हर जगह देनी पड़ती है रिश्वत पीपलू. कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने पूछा कि रिश्वत की समस्या कहां आती है तो ग्रामीणों ने जवाब दिया कि विद्युत कनेक्शन, जमीन नामांतरण, जमीन रजिस्ट्री, जमीन का पट्टा लेने सहित अन्य सरकारी जगहों पर कई बार लम्बे समय तक कामों के लिए चक्कर काटने पड़ते हैं। ऐसे में थक हारकर दलालों के मार्फत कई बार रिश्वत देनी पड़ती है।
हालांकि इस दौरान एसीबी के जागरूक किए जाने के बाद सभी ने रिश्वत नहीं देने का वादा किया। इस दौरान एडिशनल एसपी ने बताया कि लोगों से गांव की स्थिति का फीडबैक भी लिया गया। अब इस गांव को रिश्वत मुक्त करने के लिए लगातार बैठक कर जागरुकता कार्यक्रम किए जाएंगे।
एसीबी के हैड कांस्टेबल मनोज वैष्ण ने बताया कि जयपुर मुख्यालय से अभियान के तहत सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में राज्य की प्रत्येक एसीबी यूनिट से एक ग्राम पंचायत को गोद लेने के निर्देश थे। प्रदेश में कुल 51 गांवों को सजग ग्राम के तौर पर गोद लिया गया है। टोंक जिले में डारडातुर्की ग्राम पंचायत का भी चयन किया गया है। चयनित ग्राम पंचायत में लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरुक कर जीवन में कभी भी रिश्वत नहीं देने का संकल्प दिलाया है।