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दुर्घटना का सबब बना अधूरा निर्माण, राहगीर व वाहन चालक हो रहे है चौटिल

locationटोंकPublished: Oct 27, 2021 08:01:36 am

Submitted by:

pawan sharma

एक दर्जन ग्राम पंचायतों को जोडऩे वाले भासू-संवारिया सडक़ मार्ग का अधूरा निर्माण कार्य, विभागीय अनदेखी के बीच दुर्घटना का सबब बना हुआ है।

दुर्घटना का सबब बना अधूरा निर्माण, राहगीर व वाहन चालक हो रहे है चौटिल

दुर्घटना का सबब बना अधूरा निर्माण, राहगीर व वाहन चालक हो रहे है चौटिल

टोडारायसिंह. उपखण्ड की करीब एक दर्जन ग्राम पंचायतों को जोडऩे वाले भासू-संवारिया सडक़ मार्ग का अधूरा निर्माण कार्य, विभागीय अनदेखी के बीच दुर्घटना का सबब बना हुआ है। उल्लेखनीय है कि डेढ़ दशक पहले भासू से संवारिया के लिए टोडा-केकड़ी व केकड़ी-मालपुरा मार्ग को जौडऩे वाले सडक़ मार्ग का निर्माण किया गया था ।
जिसमें टोडारायसिंह उपखण्ड की भासू, लक्ष्मीपुरा, भांवता, पंवालिया, मांदोलाई, दतोब व संवारिया समेत अन्य पंचायतों के गांवों का सीधा जुड़ाव किया गया था उक्त सडक़ मार्ग पर क्षतिग्रस्त होने के बाद नयागांव (पंवालिया) से संवारिया तक करीब 9 किमी. क्षतिग्रस्त सडक़ मार्ग के सुदृढ़ीकरण को लेकर पीड्ब्ल्यूडी के तहत करीब 2.83 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे, लेकिन संबंधित संवेदक द्वारा उक्त सडक़ मार्ग पर ड्ब्ल्यूबीएससी (ग्रेवल)कर निर्माण कार्य को अधूरा छोड़ दिया।
स्थिति यह है कि उक्त मार्ग पर दौड़ते वाहनो के पहियों ंसे उड़ती धूल व गिट्टी उखडऩे से राहगीर व वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हंै। हालात यह है ग्रेवल में तब्दील उक्त सडक़ मार्ग पर आए दिन वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे है। इधर, ग्रामीणों ने उक्त मार्ग पर अधूरे निर्माण कार्य को पूर्ण कराने की मांग की।

उक्त निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। इसको लेकर सबंधित संवेदक को शीघ्र निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए है।
पिंटू मीणा, सहायक अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग टोडारायसिंह


क्रमोन्नत किए जाने की मांग

पीपलू. गहलोद के ग्रामीणों ने राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय को राजकीय शास्त्री संस्कृत महाविद्यालय में क्रमोन्नत किए जाने की मांग को लेकर पीपलू पंचायत समिति प्रधान रतनी देवी चंदेल के सान्निध्य में पीपलू उपखंड अधिकारी को मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। राजकीय संस्कृत वरिष्ठ उपाध्याय स्तर का एक मात्र विद्यालय है, जिसमें 800 छात्र-छात्राओं का नामांकन है।
व्यवस्था संचालन के लिए पर्याप्त शाला भवन व खेल मैदान के लिए जमीन मौजूद है। वरिष्ठ उपाध्याय के बाद शास्त्री करने के लिए यहां के छात्रों को अन्यत्र अध्ययन के लिए जाना पड़ता है, जिससे उन्हें आर्थिक हानि होती है। विद्यालय को राजकीय संस्कृत शास्त्री महाविद्यालय में क्रमोन्नत किए जाने की मांग की है। ज्ञापन देने में जिला परिषद सदस्य कमला गुर्जर, गहलोद सरपंच दीपक माहेश्वरी, रामनिवास गुर्जर, सत्यनारायण चंदेल मौजूद थे।
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