आखिर इन मोटरसाइकिलों में ऐसा क्या खास है? जो लोहे की चैन के साथ पहिए पर ताला लगाकर पेड़ पर बंधी है। जबकि पुलिस कर्मियों की मोटरसाइकिल केवल हैडल लॉक तथा बिना लॉक के खड़ी रहती है, लेकिन निवाई थाने में दो-तीन मोटरसाइकिल के लोहे की चैन से लगा ताला इस बात को लेकर चर्चा में है कि आखिर पुलिस को किसका डर है?
थानाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि थाने में सरकारी बाइक के कोई ताला लगा हुआ नहीं है, जबकि कुछ पुलिस कर्मियों से इस बारे पूछा गया कि ताला क्यों लगा हुआ है। तो उन्होंने बताया कि यह मोटरसाइकिल गश्त में काम आती है और सरकार की ओर से पेट्रोल फिक्स मात्रा में मिलता है।
कोई अन्य पुलिस कर्मी किसी कार्य के लिए यह मोटरसाइकिल लेकर नहीं जाए, सिर्फ इसलिए ताला लगाया हुआ है। पत्रिका टीम की ओर से थाने में मोटरसाइकिल के पहिए पर लोहे की चैन से बांधकर ताला लगाने की फोटो खींचने के बाद आनन फानन में उक्त मोटरसाइकिलों को वहां से हटाकर कांस्टेबल के कमरों के बाहर बिना ताले के खड़ी करवा दी।
थानाधिकारी अजय कुमार का कहना है कि अभी चैक करवाया हैए लेकिन किसी भी सरकारी मोटरसाइकिल के ताला लगा हुआ नहीं है।