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कोरोना वायरस: अब तक 22 हजार 282 लोगों का सर्वे कर 2087 लोगों को किया आइसोलेट

कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते चिकित्सा विभाग की ओर से घर घर सर्वे कराया जाकर बाहरी जिलों व राज्यों एवं विदेशों से आए 208 7 लोगों को चिह्नित कर आईसोलेट किया गया है, जिनमें से 518 लोंगों की 14 दिन की आईसोलेशन की अवधि पूर्ण हो चुकी तथा 156 9 लोग अभी भी आईसोलेशन में है। वहीं 22 हजार 28 2 लोगों का सर्वे किया गया।

टोंकMar 28, 2020 / 05:25 pm

pawan sharma

कोरोना वायरस: अब तक 22 हजार 282 लोगों का सर्वे कर 2087 लोगों को किया आइसोलेट

मालपुरा. कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते चिकित्सा विभाग की ओर से घर घर सर्वे कराया जाकर बाहरी जिलों व राज्यों एवं विदेशों से आए 208 7 लोगों को चिह्नित कर आईसोलेट किया गया है, जिनमें से 518 लोंगों की 14 दिन की आईसोलेशन की अवधि पूर्ण हो चुकी तथा 156 9 लोग अभी भी आईसोलेशन में है।
वहीं 22 हजार 28 2 लोगों का सर्वे किया गया। खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव चौधरी ने बताया कि विभागीय निर्देशानुसार कोरोना वायरस के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा विभाग की एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की 114 टीमों द्वारा उपखंड के 7 हजार 329 घरों में अब तक 22 हजार 28 2 लोगों का सर्वे किया गया, जिसमें आईएलआई से ग्रसित 6 92 रोगी व निमोनियां से ग्रसित 6 ग्रसित पाए गए है।
वहीं विभाग द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में विदेश से आए 25 लोगों, भीलवाड़ा से आए 107 व अन्य राज्यों से आए 28 1 तथा अन्य जिलों से आए 208 7 तथा कोरोना पॉजिटिव मरीज के सम्पर्क में आए 10 लोगों को आईसोलेट किया गया है, जिन्हें 14 दिन तक होम आईसोलेट किया गया है।

उल्टी-दस्त से एक युवती की हुई मृत्यु, परिजनों ने पोस्टमार्टम नहीं करवाया

निवाई. नाहरवाड़ी गांव में एक युवती की उल्टी-दस्त से मृत्यु हो गई। ब्लॉक सीएमएचओं संगीत चौधरी ने बताया कि नाहरवाड़ी निवासी 20 वर्षीय अंजली 22 मार्च को अपनी बहन के साथ मुम्बई से नाहरवाड़ी आई थी। खाना खाने के बाद इसे उल्टी-दस्त हो गए। परिवारजनों उसे उपचार के लिए निजी अस्पताल लेकर गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद परिजन उसे राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय में ले गए।
जहां परिजनों ने चिकित्सकों को पोस्टमार्टम के लिए लिखित में मना कर दिया। जिसके प्रशासन ने उन्हें शव ले जाने की अनुमति दे दी। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची।युवती का जयपुर के एक निजी चिकित्सालय में उपचार चल रहा था।

लॉक डाउन में भी बिक रही है शराब, मुहंमांगे दामों पर कर रहे सप्लाई

निवाई. लॉक डाउन के बाद शहर में शराब का अवैध गोरखधंधा परवान पर है। कहने को तो शराब की दुकानें बंद है, लेकिन लोगों को घर बैठे शराब विक्रेता दुकानें खोलकर सप्लाई देकर मुंह मांगे दाम वसूल रहे है। आबकारी विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है, जिससे शराब की खुलेआम कालाबाजारी हो रही है। शराब विक्रेता केंद्र व राज्य सरकार के सम्पूर्ण लॉक डाउन की धज्जियां उड़ा रखी है। शराब के खरीदारों ने बताया कि अलग-अलग कंपनी शराब करीब सौ से चार सौ रुपए तक मंहगी बिक रही है।
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