जहां कई विद्यार्थियों के पास सही प्रकार के जूते तक नहीं होते। इतना ही नहीं। यह ग्रामीण खिलाड़ी अभ्यास भी पूरे साल नहीं कर पाते हैं। प्रतियोगिता के कुछ दिनों पहले से ही अभ्यास में जुटते हैं। जबकि शहर में स्टेडियम या क्लब में अभ्यास चलता रहता है।
जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में कई खिलाड़ी नंगे पैर ही खेलते हैं। इधर, राउमा विद्यालय बमोर में चल रही अंडर-17 व प्रतियोगिता में शुक्रवार को कई मैच हुए। प्रधानाचार्य लक्ष्मणसिंह जगरवाल ने बताया कि उद्घाटन समारोह में अतिथि हंसराज फागना, सरपंच बमोर पार्वति जाट आदि थे।
जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता चल रही है
टोडारायसिंह. दो वर्ष बाद जिलेभर में आयोजित जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं में बिना तैयारी के प्रतिभाएं जीत के लिए खेल मैदान में बिना जूतों के दौड़ती नजर आई। जिले भर की आधा दर्जन स्कूलों में आयोजित प्रतियोगिता की तैयारियां आनन फानन में की गई। स्थिति यह है कि पूर्व तैयारी नहीं थी।
अधिकांश छात्र-छात्रा खिलाड़ी नंगे पांव जीत के मैदान में अपना दमखम दिखाने उतर गए, जिसे खिलाडिय़ों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दतोब स्थित राउमावि में भी प्रथम समूह की वॉलीबाल प्रतियोगिता शुरू हुई।