इसके चलते जिला परिषद ने स्वच्छता का ख्याल रखते हुए जिले के 133 आंगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालय निर्माण का निर्णय किया है। जिला परिषद ने 133 में से 44 की वित्तिय स्वीकृति जारी कर दी। वहीं 89 आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालय का निर्माण सम्बन्धित ग्राम पंचायत की ओर से कराया जाएगा।
जिला प्रमुख सरोज बंसल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में मासूम को पहला ज्ञान आंगनबाड़ी केन्द्र से ही मिलता है। ऐसे में वहां शौचालय नहीं होने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहयोगनी व केन्द्र में आने वालों को शौच के लिए इधर-उधर ताकना पड़ता है।
निर्माण कार्य भी होंगे
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी देशलदान के आदेश मुताबिक जिले में 551.33 लाख रुपए की लागत से 235 निर्माण कार्य होंगे।
जिला प्रमुख सरोज बंसल ने बताया कि 15वे वित्त आयोग के तहत 133 कार्य के लिए 278.32 लाख, राज्य वित्त आयोग के तहत 68 कार्य के लिए 136.50 लाख तथा 34 कार्य के लिए 136.51 लाख रुपए से कार्य होंगे। इसमें नाला निर्माण, ट्यूबवैल, पानी की टंकी, वाटर कूलर, पेसवाल, यात्री प्रतिक्षालय, सीसी सड़क तथा हैंडपम्प मय सोखता गड्ढा का निर्माण कराया जाएगा।
इनमें हुई वित्तिय स्वीकृति जारी
आदेश के मुताबिक उनियारा ब्लॉक में 12, पीपलू में 8, निवाई में 12, मालपुरा ब्लॉक के 12 आंगनबाड़ी में शौचालय निर्माण के लिए वित्तिय स्वीकृति जारी हुई है।
इनमें हुई प्रशासनिक स्वीकृति
उनियारा में 15, टोडारायसिंह में 15, टोंक में 11, पीपलू में 4, देवली में 14, निवाई में 14, मालपुरा में 15 आंगनबाड़ी के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी हुई है।