इसके दौरान इन्द्र-इन्द्राणियों ने क्षीर सागर के जल से चारों दिशाओं से कलशाभिषेक किया। मण्डप पर पांच मंगलकलश की स्थापना कर सकलीकरण, आचार्य निमंत्रण एवं इन्द्र प्रतिष्ठा की गई। इस दौरान नवदेवता पूजा, चौबीस तीर्थंकर पूजा, मूलनायक भगवान चन्द्रप्रभु पूजा के साथ महामण्डल विधान की पूजा भक्ति नृत्य के साथ की गई, जिसमें सोधर्म शिखरचन्द, नरेन्द्रकुमार जैन द्वारा मण्डल पर 55 श्रीफल अध्र्य चढ़ाए गए।
इस दौरान शांतिनाथ महामण्डल विधान की पूजा संगीतकार अजीत काला, सोभागमल सौगानी व ममता पराना द्वारा भजनों के साथ की गई। शांतिनाथ मण्डल विधान में सौधर्म इन्द्र द्वारा मण्डल पर 128 श्री फल अघ्र्य चढ़ाया गया। इस दौरान विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया गया।
टोंक. अतिरिक्त विशिष्ठ सिविल न्यायाधीश एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सावित्री सिंह की अध्यक्षता में बाल विवाह को लेकर शिविर का आयोजन बमोर गेट क्षेत्र में किया गया। इसमें न्यायिक मजिस्ट्रेट सावित्री सिंह ने पुरुष, महिला व बालक-बालिकाओं को बाल विवाह की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बाल विवाह से बालक व बालिका के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। ये कानूनन अपराध भी है। ऐसे में बाल विवाह नहीं किया जाए।
टोंक. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव पंकज बंसल की ओर से पाŸच शिक्षा एवं लोक कल्याणकारी संस्था में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इसमें बंसल ने कहा कि बाल विवाह होने से स्त्री व पुरुष का शारीरिक व मानसिक विकास प्राकृतिक रूप से नहीं हो पाता है।
बाल विवाह की रोकथाम के लिए कानूनी रास्ता सबसे अंत में उपयोग में लिया जाना चाहिए। बंसल ने प्रदुषण मुक्त जल और वायु का अधिकार, उचित निवास का अधिकार आदि विषयों के संबंध में भी जानकारी दी। इस दौरान शैतान यादव, खुशबू सिसोदिया, शबनम खान, विक्रम शर्मा मौजूद थे।