Bisalpur Dam Water Level Today : इस बार राजस्थान में मानसून पिछले कई वर्षों के बाद झमाझम बारिश के साथ मेहरबान है, जिससे जगह- जगह बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। भारी बारिश के चलते राजस्थान के पांचना और मोरेल समेत कई बांध लबालब हो चुके है। अब बीसलपुर बांध के छलकने का इंतजार है। गुरुवार सुबह बीसलपुर बांध का जलस्तर 312.73 आरएल मीटर रिकॉर्ड किया गया। बांध की कुल जलभराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है।
बीसलपुर बांध के साथ-साथ निकटवर्ती गांव कस्बों में मानसून की जमकर मेहरबानी बनी हुई है। बीसलपुर बांध के कैंचमेंट एरिया में बारिश की बेरूखी बनी हुई है तो डाउन स्ट्रीम में जमकर मेहरबानी चल रही है। इस वजह से इस बार बीसलपुर बांध के छलकने पर संशय के बादल नजर आ रहे हैं। बांध अभी तक आधा ही भरा हैं, हालांकि प्रकृति के आगे किसी की नही चलती। मगर अगस्त के बाद मानसून के कमजोर पड़ने से बांध में पानी की आवक भी कमजोर ही रहती आई है।
बीसलपुर बांध परियोजना के अधिशासी अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि मानसून सत्र से लेकर अब तक बांध में लगभग 12 टीएमसी पानी की आवक दर्ज की जा चुकी है। वहीं बीते दो माह के दौरान जलापूर्ति व वाष्पीकरण के बाद करीब 3 टीएमसी पानी खर्च भी हो चुका है। बांध के पूर्ण जलभराव 38.703 टीएमसी के अनुसार बांध के भरने के लिए 18.028 टीएमसी पानी की अभी भी आवश्यकता बनी हुई है। हालांकि पानी की आवक जारी है।
इधर कन्ट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार बांध में मंगलवार शाम 6 बजे से लेकर बुधवार दोपहर 2 बजे तक कुल 11 सेमी पानी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं जलभराव में सहायक भीलवाड़ा जिले की त्रिवेणी का गेज बीते दो दिनों से 2.80 मीटर पर यथास्थिति में बना हुआ था। जो बुधवार दोपहर 2 बजे तक 10 सेमी घटकर 2.70 मीटर रह गया है। जहां से बांध में पानी की आवक अब तक नगण्य बनी हुई है।
बांध का गेज मंगलवार शाम 6 बजे तक 312.52 आर एल मीटर दर्ज किया गया था। जिसमें 20.196 टीएमसी का जलभराव था। जो बुधवार सुबह 6 बजे तक 4 सेमी की बढ़ोतरी के साथ 312.56 आर एल मीटर हो गया। वही शाम 2 बजे तक 312.63 आर एल मीटर दर्ज किया गया है। जिसमें 20.675 टीएमसी का जलभराव है। बांध क्षेत्र में बीते 24 घंटे के दौरान बारिश शून्य दर्ज की गई है। बांध में भरा पानी कुल जलभराव का 53 प्रतिशत पानी हो चुका है। वही 47 प्रतिशत पानी की अभी भी आवश्यकता है।
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Hindi News/ Tonk / Bisalpur Dam News: इस बार भी बीसलपुर बांध के भरने की उम्मीद कम, जानें क्यों