बांध परियोजना के सहायक अभियंता प्रतीक चौधरी ने बताया कि बांध के नीचे बनास की ओर पवित्र दह किनारे करोड़ों की लागत पर सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य चल रहा है। दीवार निर्माण को लेकर दह के करीब मंदिर की तरफ प्रवेश द्वार से आगे पहाड़ी की तलहटी में बनी सडक़ का काफी हिस्सा हटने व करीब ही सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य चालु होने से हादसे की रोकथाम को लेकर उक्त मार्ग से करीब 200 मीटर की दूरी तक लोगों की आवाजाही पर पूर्णतया रोक लगा दी गई है।
वहीं श्रद्धालुओं के मंदिर तक पहुंचने के लिए शुक्रवार से ही बांध के गेट संख्या तीन से होकर गेट संख्या दो के करीब से मंदिर व बांध तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए रास्ता चालु कर दिया गया है। हालांकि बांध की मुख्य दीवार से गुजरने पर अभी भी रोक लगी हुई है।
उल्लेखनीय है कि उक्त मार्ग पहले बांध परियोजना अभियंताओं के साथ ही अधिकारियों के बांध स्थल तक पहुंचने के लिए ही चालु रहता था। दीवार निर्माण के कारण हादसे की आशंका को मध्यनजर रखते हुए इन दिनों गेट संख्या तीन से दो तक सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए मंदिर तक व बांध तक जाने वाले पर्यटकों के लिए आवागमन चालु किया गया है। परियोजना अभियंताओं के अनुसार उक्त मंदिर मार्ग दीवार निर्माण तक लगभग डेढ़ से दो माह तक बंद रह सकता है।