इसके चलते ऑनलाइन ठगी की वारदात टल गई। उक्त वारदात का प्रयास विवेकानंद कॉलोनी निवासी रजनीश लक्षकार के साथ हुआ। रजनीश ने बताया कि बुधवार सुबह उन्हें, उन्हीं के नम्बरों से वाट्सएप पर फोन आया।
इसमें फोनकर्ता ने कहा कि वह वाट्सएप कम्पनी की ओर से बात कर रहा है तथा उनकी कम्पनी ने भारत सहित पांच देशों के उपभोक्ताओं की लक्की ड्रॉ निकाला। इसमें रजनीश की लॉटरी निकली है।
साथ ही उनकी राशि मुंबई एसबीआइ में आ चुकी है। ठग ने रजनीश को एक अन्य नम्बर देते हुए अपनी लॉटरी की राशि लेने की बात कही। उधर, दूसरे नम्बर वाले ठग ने स्वयं को बैंक मैनेजर बताया तथा लॉटरी राशि लेने के लिए अपनी फोटो, आइडी व बैंक पासबुक की कॉपी वॉट्सएप पर भेजने को कहा।
साथ ही 16 हजार 150 रुपए ऑनलाइन खाते में डलवाने का कहा। इसके अलावा आधा राशि यानि 12.5 लाख रुपए लेने के लिए 8 हजार रुपए डालने का झांसा दिया। यह सुनते ही युवक सर्तक हो गया तथा उसने फोन कर्ता से आईडी मांगी तथा राशि डलवाने से इंकार कर दिया। इससे गुस्साएं ठग ने युवक के साथ गाली-गलौच की तथा भेजी आइडी, रिकार्डिंग पुन: डिलेट कर दिया।
इसके चलते युवक ऑनलाइन ठगी से बच गया, अन्यथा आर्थिक नुकसान हो सकता था। उधर, पुलिस का कहना है कि लॉटरी, एटीएम कार्ड बंद होने व खाता चालू करवाने के नाम पर फोन करने वाले ठगों से सावधान रहकर नुकसान से बचे। शातिर ठग फोन पर झांसा देकर ही ठगी की वारदात को अंजाम देते है।
आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग
निवाई. मीन सेना के जिलाध्यक्ष कैलाश मीणा के नेतृत्व में बुधवार को पदाधिकारियों ने अलवर जिले में दलित के साथ हुई ज्यादती के मामले को लेकर आरोपियों एवं उदासीन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
जिला अध्यक्ष ने बताया कि अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र में दलित के साथ ज्यादती की गई। इससे समाज में आक्रोश है। उन्होंने आरोपियों की इस वारदात को शर्मनाक एवं घोर निंदनीय बताते हुए आक्रोश व्यक्त किया।
उन्होंने मांग की है कि शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई करें। उदासीन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करें। ज्ञापन देने वालों में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष बाबूलाल मीणा, बनवारीलाल मीणा एवं तेजराम मीणा सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।