एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्रकुमार शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बाबइचा थाना गेगल जिला अजमेर निवासी व बनेठा थाना प्रभारी बाबूलाल खटीक व पीपल्या थाना चौथ का बरवाड़ा जिला सवाईमाधोपुर निवासी हैड कांस्टेबल रामधन धोबी है।
एसीबी में परिवादी बालीथल निवासी नाजिम, सह परिवादी हंसराज बैरवा तथा मोहरसिंह गुर्जर ने परिवाद दर्ज कराया था। इसमें कहा था कि थाना प्रभारी बाबूलाल और हैड कांस्टेबल रामधन ने तीनों के पकड़े गए ट्रैक्टर-ट्रॉली को जल्दी छोडऩे, आरोपियों के साथ मारपीट नहीं करने, मुकदमे में हल्की धारा लगाने तथा भविष्य में परेशान नहीं करने की एवज में 30 हजार रुपए मांगे थे।
इसमें से 15 हजार रुपए उन्होंने दे दिए। बाकी 15 हजार रुपए बाद में देने तय हुए। ऐसे में परिवादी व सहपरिवादी ने एसीबी में परिवाद दायर कर दिया। इसका सत्यापन एसीबी ने गत 10 जून को किया और परिवादियों को 15 हजार रुपए रंग लगाकर दे दिए।
यह राशि बुधवार शाम देनी तय हुई। ऐसे में परिवादी ने थाना प्रभारी बाबूलाल तथा हैड कांस्टेबल रामधन को रंग लगे नोट दे दिए। इसी बीच पहुंची एसीबी की टीम ने दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और राशि बरामद कर ली।
बजरी परिवहन मामले में रिश्वत लेते पहले भी जिले में कई थानों में एसीबी कार्रवाई कर चुकी है। इसमें मालपुरा थाने के कांस्टेबल समेत पीपलू का पूरा थाना इसकी चपेट में आ चुका है।