scriptरजिस्ट्रार ने किया यूनानी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण, दवाइयों समेत अन्य कमियों को दूर करने दिए निर्देश | By Registrar inspected Unani Medical College | Patrika News

रजिस्ट्रार ने किया यूनानी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण, दवाइयों समेत अन्य कमियों को दूर करने दिए निर्देश

locationटोंकPublished: Jun 26, 2019 07:38:05 pm

Submitted by:

pawan sharma

Unani Medical College डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के रजिस्ट्रार अरुण पुरोहित ने टोंक के यूसुफपुरा उर्फ चराई में चल रहे यूनानी मेडिकल कॉलेज निरीक्षण किया। उन्हें यहां कई कमियां मिली। जिनकों पूरा करने के लिए उन्होनें सम्बधित अधिकारियों निर्देश दिए।

by-registrar-inspected-unani-medical-college

रजिस्ट्रार ने किया यूनानी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण, दवाइयों समेत अन्य कमियों को दूर करने दिए निर्देश

टोंक. असुविधाओं के बीच यूसुफपुरा उर्फ चराई में चल रहे यूनानी मेडिकल कॉलेज unani medical college पर मंडरा रहा संकट अब टलता नजर आ रहा है। ये संकट यहां कई कमियों के चलते तथा सीसीआईएम CCIM की अस्वीकृति के चलते था। उम्मीद है अब यूनानी मेडिकल कॉलेज तथा अस्पताल hospital में कमियां दूर होगी।
यहां स्थायी शिक्षक समेत कर्मचारी भी लगाए जाएंगे। इसके लिए मंगलवार को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर Dr. Sarvapalli Radhakrishnan Rajasthan University Ayurveda Jodhpur के रजिस्ट्रार registrar अरुण पुरोहित ने निरीक्षण किया। उन्होंने कर्मचारियों समेत शिक्षकों से बात की। साथ ही भवन का जायजा लिया।
read more: टिक टॉक के लिए बना रहा था ये शख्स वीडियो, तभी हुआ कुछ ऐसा कि चली गई जान

उन्हें यहां कई कमियां मिली। इसे पूरा करने के निर्देश दिए। इधर, मेडिकल कॉलेज में 150 विद्यार्थी अध्ययनरत है, लेकिन ना तो पर्याप्त शिक्षक है और ना ही सुविधा। इसके अलावा यहां भवन निर्माण भी पूर्ण नहीं होने से चिकित्सीय सुविधाओं का लाभ रोगियों को नहीं मिल रहा है।
जांच के लिए एक्सरे मशीन आ गई, लेकिन भवन की कमी के चलते डिब्बे में बंद है। वहीं मूल जरूरत में शामिल पानी तक के लिए विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को भटकना पड़ रहा है।
read more: देखिए क्या हुआ जब अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में घुसी पाटागोह

ये मिली रजिस्ट्रार को कमियां
यूनानी मेडिकल कॉलेज Medical College का निरीक्षण करने आए रजिस्ट्रार अरुण पुरोहित को कई कमियां मिली। इसमें उन्हें यहां पर्याप्त मात्रा में फर्निचर, पुस्कालय, पानी, लैब में सामग्री, अस्पताल में दवाइयां समेत शिक्षकों की भी शिकायतों का सामना करना पड़ा। इस पर पुरोहित ने कहा कि इन कमियों को दूर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में दवाइयों तथा अन्य सामग्री के लिए टैण्डर जारी किया जाएगा। वहीं कॉलेज स्थित लैब में सामग्री बढ़ाई जाएगी ताकि विद्यार्थियों को अध्ययन में परेशानी नहीं हो।

read more: कलेक्टर ने किया कई स्कूलों का निरीक्षण, लापरवाह शिक्षक निलंबित, प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस
साथ ही पुस्तकालय में फिलहाल 5 हजार पुस्तके हैं। उन्हें में 2500 का और इजाफा किया जाएगा। कॉलेज में वाटर कूलर लगाया जाएगा। पार्किंग स्टैण्ड बनाया जाएगा। उन्होंने माना कि नियुक्त शिक्षक व कर्मचारी भी तय समय से पहले कॉलेज से रवाना हो जाते है।

निकालंगे स्थायी की भर्ती
रजिस्ट्रार अरुण पुरोहित ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में फिलहाल संविदा पर लगे कार्मिक ही कार्यरत है। हालांकि जनवरी 2019 में भर्ती निकाली गई थी, लेकिन किन्हीं कारणों से निरस्त करनी पड़ी। अब यहां स्थायी कर्मचारियों तथा शिक्षकों के लिए भर्र्ती निकाली जाएगी। इसके लिए प्रबंधन की बैठक होगी।
वर्ष12 में हुई थी घोषणा
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के संघटक महाविद्यालय के रूप वाले यूनानी मेडिकल कॉलेज टोंक की घोषणा वर्ष 2012-13 में हुई थी।

इसके बाद बग्गीखाना परिसर में यूनानी चिकित्सालय शुरू किया गया। साथ ही करीब 15 करोड़ रुपए की लागत से यूनानी मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण शहर के समीप युसूफपुरा उर्फ चराई में कराया गया।
read more: 150 बिस्तर के अस्पताल निर्माण की कछुआ चाल, आठ माह में तैयार नहीं हो पाया अस्पताल का फाउंडेशन


वर्ष 2016 से कॉलेज में सत्र शुरू हुआ। इस सत्र में 60 विद्यार्थियों का बैच था। वर्तमान में यहां 150 विद्यार्थी है। अगला सत्र नवम्बर से शुरू होगा। इसमें भी विद्यार्थी शामिल होंगे। लगातार विद्यार्थी तो बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन सुविधाएं नहीं बढ़ाईजा रही है।
कॉलेज के लिए 6 कमरे, एक नर्स व एक चिकित्सक के रात में रुकने के लिए कक्ष, एक औषधालय कक्ष, पुस्तकालय, वाचनालय, दवा कक्ष, जांच कक्ष, जंतुआलय कक्ष, दो कक्षा कक्ष, चिकित्सकों के 6 कक्ष, भण्डारण कक्ष, कार्यालय कक्ष, 60 बैड की क्षमता वाले दो हॉल व लेखाधिकारी कक्ष समेत अन्य कक्षों की जरूरत है, लेकिन इनमें से कई निर्माण होना है।
tonk News in Hindi, Tonk Hindi news

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो