scriptCorona virus: मरकज से लौटा जमाती 15 दिन घुमता रहा , घर वाले मना करते रहे, पुलिस ने दिखाई सख्ती तो मरकज जाना कबूला | Came Back Fron Merkaj | Patrika News

Corona virus: मरकज से लौटा जमाती 15 दिन घुमता रहा , घर वाले मना करते रहे, पुलिस ने दिखाई सख्ती तो मरकज जाना कबूला

locationटोंकPublished: Apr 09, 2020 06:49:00 pm

Submitted by:

pawan sharma

निजामुद्दीन मरकज से लौटने के बाद पुलिस व चिकित्सा विभाग टीम युवक के घर पहुंची तो युवक व उसके परिजन टीम को मरकज में जाकर आने से मना करते रहे। इसके बाद पुलिस की ओर से सख्ती दिखाने पर युवक ने मरकज में जाना कबूल किया।

Corona virus: मरकज से लौटा जमाती 15 दिन घुमता रहा , घर वाले मना करते रहे, पुलिस ने दिखाई सख्ती तो मरकज जाना कबूला

Corona virus: मरकज से लौटा जमाती 15 दिन घुमता रहा , घर वाले मना करते रहे, पुलिस ने दिखाई सख्ती तो मरकज जाना कबूला

दूनी. घाड़ कस्बा स्थित एक मोहल्ला निवासी युवक के निजामुद्दीन मरकज से लौटने के बाद कई दिनों से कस्बे में घुमने की सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र घाड़ की टीम की मदद से गुरुवार को संदिग्ध युवक को घर से पकड़ एम्बुलेंस 108 से जांच के लिए टोंक रेफर कर दिया। थानाप्रभारी नाहरसिंह मीणा ने बताया कि सोड़ा से पकड़े गए जमाती के बयानों के आधार पर घाड़ निवासी युवक के भी मरकज में जाने की पुष्टि हुई।
पुलिस व चिकित्सा विभाग टीम युवक के घर पहुंची तो युवक व उसके परिजन टीम को मरकज में जाकर आने से मना करते रहे। इसके बाद पुलिस की ओर से सख्ती दिखाने पर युवक ने मरकज में जाना कबूल किया। इसके बाद चिकित्सा विभाग टीम ने युवक को संदिग्ध मान टोंक के लिए रेफर कर दिया। चिकित्साकर्मियों ने बताया कि संदिग्ध युवक जयपुर में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
युवक सोड़ा के एक साथी के साथ 19 मार्च को जयपुर से हजरत निजामुद्दीन ट्रेन में सवार होकर दिल्ली गए और मरकज में शामिल हुए। इसके बाद उसी दिन फतेहपुर बस स्टेण्ड से बस में सवार होकर 20 मार्च को जयपुर आ गए। इसके बाद युवक अपने किराए के कमरे में आ गया तो साथी अपने घर चला गया। इसके बाद वह 21 मार्च को जयपुर से रवाना होकर टोंक आया और यहां नरम सेठ की मस्जिद के पास किसी परिचित के यहा 22 मार्च तक रहा। 23 मार्च को वाहन से सरोली मोड़ तक आया और शाम पांच बजे घाड़ पहुंचा।

पांच दिन से घुम रही थी टीम
चिकित्साकर्मी ओमप्रकाश बैरवा ने बताया कि युवक के बाहर से लौटकर आने की सूचना मिली तो टीम कई बार उसके घर गई, लेकिन युवक के परिजन बार-बार टीम को बाहर से ही गुमराह कर युवक के बाहर से नहीं लौटने की बात को नकारते रहे। वहीं इस दौरान युवक लापरवाही बरत अठारह दिनों तक कस्बे में घुमता रहा। इधर, घाड़ में जमाती मिलने की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। घाड़ सहित दूनी व आस-पास के ग्रामीणों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिंचती नजर आने लगी है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो