गत माह 12 नवम्बर को मांसी बांध जोधपुरिया से ङ्क्षसचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ा गया था, लेकिन 18 दिन गुजर जाने के बाद भी पानी टेल तक नहीं पहुंचा है। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र के किसान खेती कर ही अपने पररिवार की रोजी रोटी चलाते है। समय पर फसल को पानी नही मिला तो सिंचांई के अभाव में बोई गई फसल खराब हो जाएगी। टेल तक नहरों में जल्द पानी पहुंचाने के लिए किसानों ने सिंचांई विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। नहरों में पानी छोडऩे के बाद अभी तक भी टेल के किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान पूर्व डीआर उम्मेद ङ्क्षसह, गिर्राज, नरेश सैनी, ओमप्रकाश, काना, मुकेश मीणा, अर्जुन, पप्पू लाल, गोपाल किसान मौजूद थे।
गबन की निष्पक्ष जांच कराएं
मालपुरा. सामुदायिक स्वास्थ्य में फर्जी हस्ताक्षरों से सरकारी कोष में गबन मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। अभिभाषक संघ के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश सैनी के नेतृत्व में सौंपे ज्ञापन में आरोप लगाया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मालपुरा में एनआरएचएम योजना के अन्तर्गत हाल ही में अस्पताल मिलीभगत कर करोड़ों रुपयों का हेराफेरी की गई थी। गत दिनों अस्पताल के संविदाकर्मी केशव गालव की ओर से अपने सुसाइट नोट में अस्पताल कर्मियों की ओर से करोड़ों रुपयों के गबन की बात लिखी थी। ज्ञापन में मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस दौरान अभिभाषक संघ के रवि कुमार जैन, विवेक व्यास, मोहम्मद हनीफ आदि थे।