थानाप्रभारी किशनलाल यादव ने बताया कि गुलाबपुरा थाना दूनी निवासी लक्ष्मण मीणा की ओर से दर्ज मामले में बताया कि 9 सितम्बर को उसका पुत्र लोकेश आवां स्थित जंगल में भैंसें चराने गया, इस दौरान उसने सभी भैंसों को जंंगल में चरने के लिए छोड़ वह कुछ दूरी पर जाकर बैठ गया।
इसी दौरान अज्ञात चोर नो भैंसे चुरा ले गए। कुछ देर बाद अचानक भैंंसे दिखाई नहींं देने पर आस-पास तलाश की, लेकिन नहीं मिली। तीन-चार दिन जंगल के समीप गांवों में तलाशी पर भी भैंसें नहीं मिली। दर्ज कराए मामले में आशंका जताई की चोर भैंसों को वाहन में भर चुरा ले गए। उपाधीक्षक वंदिता राणा ने पुलिस टीम गठित कर आरोपी की तलाश में रवाना की है।
गौरतलब है कि भैंसें चोरी होने पर पीडि़त दूनी थाने में चोरी का मामला दर्ज कराने पहुंचा, पुलिस की ओर से मामला दर्ज नहीं करने पर देवली उपाधीक्षक वंदिता राणा के समक्ष फरियाद लेकर पहुंचने पर उपाधीक्षक राणा के निर्देश पर थाने में मामला दर्ज किया गया।
जंगल में मिली कटी रस्सियां व टेग पीडि़त पशुपालक लक्ष्मण मीणा की ओर से देवली उपाधीक्षक वंंदिता राणा को सौंपे प्रार्थना पत्र में बताया कि भैंसें चोरी होने के बाद उन्होंने जंंगल सहित बीस-पच्चीस किलोमीटर क्षेत्र में सघन तलाशी की, लेकिन भैंसों का पता नहीं चला। इसके बाद 16 सितम्बर को मवेशी चराने वाले पशुपालकों से मिली सूचना पर जंगल में पहुंचे तो वहां भैंसों के गले मेंं बांंधने की रस्सियां व कान में लगे टेग कटे हुए हालत में मिले, साथ ही वहा वाहनों के टायरों के निशान भी मिले।
जल्द गिरफ्त में होगा पशु चोर गिरोह थाने में ज्वाइन किए चार ही दिन हुए है। मामला सामने आने पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पशु चोर गिरोह के खिलाफ मामला दर्ज किया है, साथ ही देवली उपाधीक्षक की ओर से टीम गठित की गई। जल्दी ही चोर पुलिस की गिरफ्त में होंगे।-किशनलाल यादव थानाप्रभारी,