तथा आरामशीन से हुई आमदनी 10 लाख रुपए भी उसी अलमारी रख दिए थे। उसी अलमारी में कुछ राशि और आभूषण रखे हुए थे। परिवादी ने बताया कि करीब 20 दिन पूर्व अलमारी खोलकर नकदी को संभाला जो पूरी सुरक्षित मिली। मंगलवार को उसे 2 लाख रुपए की आवश्यकता होने पर अलमारी खोली तो पहले से खुली मिली और वहां से 24 लाख 60 हजार रुपए गायब मिले।और अलमारी में रखे जेवरात सुरक्षित मिल गए। चोरी की सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक रूद्रप्रकाश शर्मा और थानाधिकारी अजय कुमार जाप्ते के साथ उसके घर पहुंचे और मौका देखा। और अज्ञात चोरी के खुलासे के लिए टीम गठित कर दी गई है। थानाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि मौका स्थिति के अनुसार अलमारी का ताला टूटा हुआ नहीं है, उसे चाबी से खोला गया है। उक्त मामले में चोर की तलाश शुरू कर दी है और शीघ्र ही चोर पुलिस की गिरफ्त में होगा।
मंदिर से दिनदहाड़े मूर्ति ले गए चोर
लाम्बाहरिसिंह. कस्बे के ऐतिहासिक अन्नपूर्णा माता मंदिर में गुरुवार दिनदहाड़े चोर अष्टधातू निर्मित मूर्ति ले गए। घटना का पता शाम को पुजारी के संध्या आरती करने मंदिर पहुंचने पर लगा। मालपुरा पुलिस उपाधीक्षक सुशील मान ने घटना स्थल का मौका मुआयना कर पुजारी व ग्रामीणों से जानकारी जुटाई। पुलिस ने बताया कि चोर मुख्य द्वार का कुंदा तोड़ अन्दर घुस मुकुट व मूर्ति ले गए। निज मंदिर में बीस रुपए, बाहर नारियल व दीवार घडी मिली है। पूजारी शंकर लाल ने मामला दर्ज करवाया है। बाद में ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया। उन्होंने मूर्ति और मुकुट बरामद करने की मांग की। राजा हरिसिंह द्वारा पांच सौ साल पूर्व मंदिर निर्माण करवा अष्टधातू से निर्मित अन्न पूर्णा माता मूर्ति स्थापित करवाई थी। इससे पहले भी यहां से मूर्ति चोरी हो गई थी।
लाम्बाहरिसिंह. कस्बे के ऐतिहासिक अन्नपूर्णा माता मंदिर में गुरुवार दिनदहाड़े चोर अष्टधातू निर्मित मूर्ति ले गए। घटना का पता शाम को पुजारी के संध्या आरती करने मंदिर पहुंचने पर लगा। मालपुरा पुलिस उपाधीक्षक सुशील मान ने घटना स्थल का मौका मुआयना कर पुजारी व ग्रामीणों से जानकारी जुटाई। पुलिस ने बताया कि चोर मुख्य द्वार का कुंदा तोड़ अन्दर घुस मुकुट व मूर्ति ले गए। निज मंदिर में बीस रुपए, बाहर नारियल व दीवार घडी मिली है। पूजारी शंकर लाल ने मामला दर्ज करवाया है। बाद में ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया। उन्होंने मूर्ति और मुकुट बरामद करने की मांग की। राजा हरिसिंह द्वारा पांच सौ साल पूर्व मंदिर निर्माण करवा अष्टधातू से निर्मित अन्न पूर्णा माता मूर्ति स्थापित करवाई थी। इससे पहले भी यहां से मूर्ति चोरी हो गई थी।