सहायक अभियंता राम प्रकाश जांगिड़ ने बताया कि गलवा बांध का निर्माण वर्ष 1960 में होने के बाद वर्ष 1996-97 में मरम्मत का कार्य हुआ था। उस समय न केवल बांध की भराव क्षमता बढ़ाई गई बल्कि मिट्टी की पाळ को चौड़ा कर चादर की लंबाई बढ़ाने आदि के कार्य करवाए गए थे, जिससे बांध मजबूत हो गया। विभाग ने प्रदेश के अन्य बड़े बांधों के समकक्ष मानते हुए सुरक्षा के मध्यनजर कैमरे लगवाए है।
उन्होंने बताया कि कैमरे हाई डेफिनेशन क्वालिटी के हैं। इससे बांध पर होने वाली सभी प्रकार की गतिविधियों का पता चल सकेगा। उन्होंने यह भी बताया कि कैमरों का कंट्रोल रूम बांध की पाळ के नीचे स्थित मत्स्य विभाग के फिश फार्म के परिसर में रखा गया है साथ ही जयपुर में भी विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय में देखा जा सकता है।
उमस से राहत मिली
मालपुरा. उपखण्ड मुख्यालय सहित क्षेत्र में मंगलवार सुबह 11 बजे से शुरु हुआ वर्षा का दौर दिनभर चलता रहा है कभी कम तो कभी ज्यादा वर्षा होने से लोगों को उमस से राहत मिली। वहीं फसलों को जीवनदान मिला। वहीं बाजार में मंगलवार का साप्ताहिक अवकाश के चलते लोगों ने पिकनिक का आंनद लिया।
बीसलपुर बांध में पानी की आवक दज राजमहल. कस्बे सहित आस पास के क्षेत्र में मंगलवार सुबह से ही आकाश में काली घटाये छाने के साथ ही दिनभर झमाझम बारिश का दौर चला। बारिश के चलते खेतों में पानी भर गया, वहीं बीसलपुर बांध में पानी की आवक दर्ज की गई है। इसी के साथ आस पास के तालाबों में एक से दो फिट तक पानी की आवक दर्ज की गई है। बारिश के चलते बीसलपुर व राजमहल पहाडिय़ों पर काफी नीचे तक उतरे बादल लोगों के आर्कषण का केन्द्र रहे। गर्मी से बैहाल ग्रामीणों को दिनभर चली बारिश ने सर्दी का अहसास करा दिया।