क्षेत्रवासियों ने बताया कि पूर्ण मण्डी बनने पर किसानो को सुविधा मिलने के साथ उन्हें कृषि कार्य करते होने वाली क्षति पूर्ति का निस्तारण, मण्डी में कवर्ड प्लेटफॉर्म व आंतरिक सडक़ो का निर्माण, दुकानों का आवंटन, व्यापारियों की लाइसेंस प्रक्रिया, आंतरिक सडक़ों का निर्माण कार्य समेत अन्य विकास कार्य प्राथमिकता से होंगे।
व्यापार मण्डल टोडारायसिंह अध्यक्ष राजेश मोडकिया ने कहा कि उक्त मण्डी की क्रियान्विति क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। इस दौरान मण्डल के महामंत्री अरुण जैन, हंसराज गुर्जर, सुनील झण्डा, मदनलाल साहू, शंकरलाल महिया, बद्रीप्रसाद मोदी, संजय मोदी, राधामोहन, पदमचंद, घनश्याम, रामस्वरूप, रमेश केवट, सुनिल जैन, मुकेश धाकड़ समेत अन्य व्यापारी मौजूद थे। उन्होंने खुशी जताते हुए आतिशबाजी की तथा मुंह मीठा करवाते हुए एक दूसरे को बधाई दी।
पूर्व में भी हुई अधिसूचना जारी
उल्लेखनीय है कि गत 27 फरवरी 1997 को स्वतंत्र मण्डी टोडारायसिंह का कृषि उपज मण्डी समिति मालपुरा में विलय किया गया था, क्षेत्रवासियों की मांग पर पूर्ववर्ती राजस्थान सरकार ने गत 2 जून 2017 को कृषि उपज मण्डी समिति मालपुरा क्षेत्र से, गौण कृषि मण्डी टोडारायसिंह को पृथक कर अधिसूचना जारी की थी, जिसमें टोडारायसिंह नगरपालिका समेत पंचायत समिति क्षेत्र की 31 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया था लेकिन अधिसूचना के 30 दिनों की अवधि में मण्डी सदस्यों का मनोनयन नहीं होने से यह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। एक बारगी फिर राज्य सरकार की बजट घोषणा के बाद क्षेत्र में किसानों ने खूशी व्यक्त की है।