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बजट चर्चा: केंद्र सरकार के प्री बजट से हैं कई उम्मीदें

locationटोंकPublished: Jan 24, 2020 09:48:20 am

Submitted by:

pawan sharma

केंद्र सरकार के आगामी बजट से लोगों को कई उम्मीदें है। बेरोजगारों के लिए रोजगारन्मुखी उद्योग धंधे, पानी, बिजली की समस्या के समाधान को लेकर योजना, महंगाई से राहत को लेकर घोषणा किए जाने की उम्मीदें हैं।

बजट चर्चा: केंद्र सरकार के प्री बजट से हैं कई उम्मीदें

बजट चर्चा: केंद्र सरकार के प्री बजट से हैं कई उम्मीदें

पीपलू (रा.क.). केंद्र सरकार के आगामी बजट से लोगों को कई उम्मीदें है। लोगों को बजट में जीएसटी के सरलीकरण, चिकित्सा व्यवस्था के बेहतर करने, पंचायत मुख्यालयों को यातायात सुविधा से जोड़े जाने, गांव-ढाणी तक सडक़ बनाए जाने को लेकर योजना आदि लागू किए जाने की आस हैं। बेरोजगारों के लिए रोजगारन्मुखी उद्योग धंधे, पानी, बिजली की समस्या के समाधान को लेकर योजना, महंगाई से राहत को लेकर घोषणा किए जाने की उम्मीदें हैं।
1. गांवों सहित जिले की कई मुख्य सडक़ों की हालत खस्ताहल है। बजट में प्रधानमंत्री सडक़ योजना के मद को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। कम से कम प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर यातयात व्यवस्था को लेकर बसों का संचालन हो। साथ ही केंद्र सरकार को बजट में चिकित्सा व्यवस्था और बेहतर करने को लेकर प्रयास करने चाहिए। गांवों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को और अधिक विकसित करने की आवश्यकता हैं।
नेमींचद जाट, संदेड़ा फार्म
2. मौजूदा दौर में कमोबेश हर चीज की खरीद जीएसटी के दायरे में है। जीएसटी का सरलीकरण किया जाए। इससे छोटे व्यापारियों को व्यापार आगे बढ़ाने में परेशानी ना हो। ग्रामीण इलाको में टर्न ओवर कम होने व सरकार के खर्चे अधिक होने की वजह से व्यापारियों का मुनाफे का अधिकांश हिस्सा खर्चों में ही चला जाता है। करों में राहत मिलने से बाजारों में खरीद की डिमांड बढ़ेगी तो मंदी दूर होगी।
घासीलाल चौधरी, व्याापारी
3. आज के समय में सबसे बड़ी समस्या शिक्षित बेरोजगारी की है। आज युवा वर्ग शिक्षित हो कर भी इधर-उधर घूम रहा है जो कि उनके परिजनों के लिए बड़ी समस्या हैं। अगर इन शिक्षित बेरोजगारों में से आधे लोगों को भी रोजगार मिल जाए तो हिंदुस्तान की तस्वीर बदल सकती हैं। वहीं शिक्षित युवाओं द्वारा की जाने वाली आत्महत्या में भी कमी आ सकती हैं। वहीं रोजगारपरक शिक्षा भी विद्यालयों में दी जाएं ताकि युवा नौकरी के पीछे भागने की बजाए स्वयं रोजगार स्थापित कर सकें।
बाबूलाल सैनी, पीपलू
4. पानी की विशेष व्यवस्था को लेकर बजट में कदम उठाने चाहिए। पेयजल के लिए बड़ी योजना लागू हो। घर-घर नल कनेक्शन हो ताकि ग्रामीणों को पेयजल संकट से निजात मिल सकें। वहीं बीसलपुर बांध को चंबल नदी से जोड़ते हुए माशी बांध को जोड़ा जाए ताकि पानी की समस्या का समाधान हो। इसके अलावा किसानों के लिए 24 घंटे बिजली की घोषणा की जानी चाहिए। इससे फसलों को सही समय पर पानी मिल सकें। अच्छी पैदावर हो सकें। किसान वर्ग भी संपन्न बन सकें।
रतनलाल चौधरी, माशी बांध नहर संगम अध्यक्ष लोहरवाड़ा
5. बजट में युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर मिनी खेल स्टेडियम बनाए जाने की घोषणा की जानी चाहिए। तहसील स्तर क्रिकेट एकेडमी की स्थापना की जाएं। क्षेत्र में तैराकी की कई प्रतिभाएं हैं, लेकिन तरणताल के अभाव में राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। ऐसे में यहां तरणताल बनाया जाएं, जिससे क्षेत्र की खेल व तैराकी की प्रतिभाओं को निखार कर आगे बढ़ाया जा सकें।
कन्हैया सैनी, युवा
6 . तीन नदियों के संगम पर स्थित माशी बांध सहित उपखंड क्षेत्र के धार्मिक स्थलों एवं पुराने किलें, स्मारकों को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किए जाने की घोषणा की जाएं। सभी तहसील क्षेत्रों में पर्यटन को लेकर अपार संभावनाएं हैं। जरुरत हैं उन ऐतिहासिक स्थलों पर इमारतों को सहेजनें की।
ईश्वर कुंडरवाल, भूरावली
7. केंद्र व राज्य के बीच फुटबॉल बनी टोंक जिला मुख्यालय को रेल से जोड़े जाने की घोषणा को पूरा किया जाएं। जिससे विकास को पंख लग सकें। बजट में महंगाई पर अंकुश लगाने के प्रयासों की घोषणा हो। खाद्यान्न सामग्री पर टैक्स में छूट मिले ताकि महंगाई से राहत मिल सकें। ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी को कम करने के लिए केंद्र सरकार को बजट में उद्योग धंधे को बढ़ावा देना चाहिए। पंचायत स्तर पर गौशाला खोली जाए। सरकार को गौशाला बनाने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इससे बेसहारा पशुओं से किसानों की फसलें चौपट होने से बच सकें।
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