read more: पीएचक्यू के नए आदेश से अधिकारी कर्मचारियों में मचा हड़कंप, अब नहीं छिपेगा किसी से पुलिसकर्मियों का कच्छा-चिट्ठा इस दौरान प्रतिभागियों ने मेरा चांद मुझे आया है नजर, ऐ रात जरा थम-थमके गुजर, ये जो मोहब्बत है, सुनो ना संग मन मेरे, चलते-चलते मेरा यह गीत याद रखना सहित पुराने नगमों की प्रस्तुति दी। जिस पर तालियों की गडगड़़ाहट से पाण्डाल गंूज उठा।
read more: विद्यालय एक किलोमीटर दूर: व्यवस्था की भेंट चढ़ी शिक्षा, 56 लाडों के भविष्य पर संकट इसी प्रकार सारा सेला पतली कमर का, तगड़ी डांस(हरियाणवी), तु कातिल तेरा दिल कातिल, पीली लुगड़ी का झाला से रुकाई मेटाडोर, इक पल का जीना, लटपट-लटपट, मेरा झुमका उठाके लाया, सेम टाइम, सेम जगह सहित गीतों पर यूपी पुलिस, जेल प्रहरी व पुलिस कांस्टेबल (Police constable) का प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षणर्थियों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी।
इसमें प्रथम तीन स्थान पर रहे प्रतिभागियों को अतिथियों पर पुरस्कृत किया। यहां कार्यक्रम में उपकमाण्डेंट नवीन कुमार, सहायक कमाण्डेंट हनुमान सिंह, अनिता दलाल, निरीक्षक अशोक कुमार उपस्थित थे। मंच संचालन निरीक्षक प्रदीप कुमार ने किया।