हालांकि शिकायत के बाद विभागीय कर्मचारियों ने क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की मरम्मत कर जलापूर्ति सुचारु कराई, लेकिन पिछले दिनों फिर से गंदे पानी की आपूर्ति शुरू हो रही है। नलों से आने वाला पानी गंदा व काले रंग का आ रहा है, जो किसी भी कार्य में काम नहीं लिया जा सकता है, जिसे बाद में लोगों ने नाली में छोड़ दिया। कॉलोनीवासी आरिफ बी, जैनब,अमरान, विष्णु, प्रियंका आदि ने बताया कि गंदे पानी से उन्हें लॉक डाउन में पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है।
लॉकडाउन में रजक धोबी समाज नही धोएगा कपड़े
टोंक. कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन में रजक धोबी समाज लोगों के कपड़ों की धुलाईव प्रेस नहीं करेगा। समाज के प्रदेशाध्यक्ष प्रभु बाडोलिया ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए शहर के रजक धोबी समाज ने निर्णय किया है।
इसके तहत शहर के सभी धोबी समाज के महिला-पुरुष घरों में कपड़े धोने व लेने नहीं जाएगा। कोई ग्राहक जबरदस्ती कपड़े धोने के लिए घरों पर बुलाएगा तो उसके खिलाफ समाज कार्यवाही करवाएगा। यदि कोई समाज का महिला-पुरुष इस निर्णय का उल्लंघन करता है तो वह समाज का दोषी होगा। इस अवसर पर उपाध्यक्ष नाथूलाल, पूरण मल, रतन लाल कठूमरिया, रामसहाय रजवानिया, ओमप्रकाश कठूमरिया, श्योजी कठूमरिया आदि मौजूद थे।
पालिका ने नहीं ली सुध तो वार्डवासियों ने की नालियां साफ
निवाई. नगरपालिका प्रशासन की उदासीनता के चलते अभी तक शहर के कई वार्डों को सेनेटाइज नहीं किया गया है, जिससे लोगों में पालिका प्रशासन के विरुद्ध रोष व्याप्त है। नगरपालिका द्वारा सफ ाई नहीं करने से नाराज लोगों ने अपने घर के बाहर सडक़ पर झाडू लगाई और नालियों की साफ -सफ ाई की।
मंगलवार को जिरात रोड निवासी मोहम्मद रफीक कुरेशी, नईम अहमद, मोहम्मद आदिल, मोहम्मद जावेद, इरशाद कुरेशी, अल्ताफ कुरेशी, लादू बैरवा, मुकेश खटीक, गोपाल, सुरेंद्र अटल, राधेश्याम अटल सहित कई वार्डवासियों ने बताया कि जिरात रोड पर नालियोंं की नगरपालिका द्वारा साफ नहीं करवाई जा रही और ना ही इस क्षेत्र को सेनेटाइज भी नहीं किया गया। गंदगी को देखकर वार्डवासियों ने घरों के बाहर बनी नालियों में जमा कचरा निकाल कर सफ ाई की।