ज्ञापन में बताया कि राज्य सरकार द्वारा कृषि उपज मण्डी समिति में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर्स को राजस्थान कांट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स 2022 में शामिल नहीं करने एवं चार सूत्री मांगों को स्वीकार नहीं करने से मजबूर 23 मई से कार्य बहिष्कार कर सामूहिक रूप से अनिश्चितकालीन आन्दोलन की चेतावनी दी है।
ज्ञापन से यह भी अवगत कराया कि कृषि उपज मण्डी समितियों में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटरों को आरएलएसडीसी में शामिल करने, राजस्थान कांट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स 2022 में शामिल करने, अन्य विभाग मदरसा, विद्यार्थी मित्र, पंचायत सहायक, पैराटीचर, चिकित्सा विभाग आदि की तर्ज पर कम्प्यूटर ऑपरेटरों को 5, 10, 15 वर्ष अनुभव के अनुसार पृथक-पृथक सैलेरी का लाभ देने, एक जनवरी 2021 से पूर्व के कार्यरत कर्मी नियम बदलवाकर वर्तमान में कार्यरत कर्मियों को भी लाभ में शामिल करने व पदनाम कम्प्यूटर ऑपरेटर के स्थान बदलकर सूचना सहायक करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में कम्प्यूटर ऑपरेटर शिवराज माथुर, तल्हा खान, लोकेश यादव, धीरज सोनी, राहुल पाराशर, मोहसिन कुरेशी मौजूद थे।(ए.सं.)
फोटोकेप्शन – निवाई कृषि मंडी सचिव को ज्ञापन देते कम्प्यूटर ऑपरेटर। ……………………………………….. वर्मी कंपोस्ट के महत्व की दी जानकारी
देवली. पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषि महाविद्यालय सिरोही में शनिवार को छात्रों को मृदा स्वास्थ्य में वर्मी कंपोस्ट के महत्व की जानकारी दी गई। कृषि प्राध्यापक डॉ. आरसी सांवल के निर्देशन में प्रथम व द्वितीय वर्ष के कृषि छात्रों को वर्मी कंपोस्ट उत्पादन विधि एवं मृदा स्वास्थ्य में वर्मी कंपोस्ट की अहम भूमिका के बारे में बताया गया।
छात्रों को बताया गया कि इन सभी दुष्प्रभावों को कम करने तथा मृदा स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखने हेतु केंचुए की खाद का उपयोग करना बहुत जरूरी है। कृषि प्राध्यापक राजू लाल धाकड़ ने छात्रों को जैविक खेती के महत्व विषय में समझाया गया। कृषि प्रसार विभाग के प्रध्यापक रामबाबू पाल उपस्थित रहे।