यहां से वे चुनी हुई कांग्रेस की राज्य सरकार को अस्थिर करने के प्रयास को लेकर भाजपा की केन्द्र सरकार के खिलाफ रैली निकाली गई। इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पक्ष में नारे लगाए गए। वहीं प्रदर्शन में कांग्रेस का एक गुट नहीं आया। वहीं रैली तथा प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग भी नजर अंदाज की गई।
प्रदर्शन से पहले कांग्रेस कार्यकर्ता डाक बंगले में एकत्र हुए। यहां आयोजित बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष रामबिलास चौधरी ने कहा कि जनतंत्र में पहले जन आता है फिर तंत्र आता है, क्योंकि जनता सर्वोपरि है।
उसी जनता की ओर से चुनी हुई सरकार को भाजपा अस्थिर कर जनता के साथ विश्वासघात कर रही है। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार हो रहा है कि मुख्यमंत्री विधानसभा में बहुमत साबित करना चाहते हैं और राज्यपाल फ्लोर टेस्ट से बच रहे हैं।
बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष आत्माराम गोयल, पूर्व उपाध्यक्ष किशनलाल फगोडिया, पूर्व विधायक कमल बैरवा, कुलदीप सिंह, मालपुरा नगर पालिका चेयरमैन आशा नामा, जेबा खान संचालन कर रहे सैयद मेहमूद शाह ने कहा कि कहा की कोरोना महामारी में जब संसद चल सकती है।
मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र हो सकता है तो फिर राजस्थान विधानसभा का सत्र क्यों नहीं बुलाया जा सकता। उन्होंने कहा कि फ्लोर टेस्ट, विश्वास मत, शपथ सब कुछ देश के विभिन्न राज्यों में भाजपा की सुविधानुसार होने लगा है। मध्यप्रदेश की चुनी हुई सरकार गिराने के लिए राज्यपाल की जल्दबाजी सबने देखी है।
वक्ताओं ने कहा कि राजस्थान के राज्यपाल को मुख्यमंत्री के विधानसभा सत्र बुला कर बहुमत सिद्ध करने के आग्रह को बिना किसी के दवाब में आए स्वीकार कर अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए।
उन्होंने चेतावनी दी कि अपने संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई में कांग्रेस कार्यकर्ता जोश, जूनून और जज्बे में कभी कमी नहीं आने देंगे और हर चुनौती का जवाब देंगे। कांग्रेस पूर्व जिला प्रवक्ता सुजीत सिंहल ने बताया कि बैठक को एडवोकेट महावीर तोगड़ा, शकिलुर्रहमान खान, सूरज भट्ट, सरताज अहमद, काशीराम चौधरी, बरकात हसीन, हरकचंद गोलेछा, रामगोपाल मीना, रामदेव बैरवा, मोहसिन रशीद, पंकज यादव, अशोक महावर, विकास विजय, अनुराग गौतम आदि ने सम्बोधित किया।
इसके बाद वे मुख्यमंत्री के पक्ष तथा संविधान बचाओ भाजपा हटाओ के नारे लगाते हुए पैदल मार्च कर कलक्ट्रेट पहुंचे। जहां धरना देकर प्रदर्शन किया गया। भाजपा ने दी थाने में रिपोर्ट
कांग्रेस की ओर से निकाली गई रैली के खिलाफ भाजपा ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी है।
भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पराना ने कोतवाली थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इसके चलते में धारा 144 लगाई हुई है। वहीं कोविड-19 के तहत गाइड लाइन लगाई गई है।
जिला प्रशासन ने किसी भी धरने, प्रदर्शन या सभा के लिए अनुमति लेने के आदेश जारी किए हैं, लेकिन टोंक में कांग्रेस की ओर से निकाली गई रैली की कोई अनुमति नहीं ली गई।
वहीं कोविड-19 की गाइड लाइन की भी पालना नहीं की गई। कांगे्रस कार्यकर्ता रैली व प्रदर्शन में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं कर रहे थे। ऐसे में प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष रामबिलास चौधरी, आत्माराम गोयल, कुलदीपसिंह राजावत, अताउल्लाह खान, किशनलाल, उम्मेदसिंह, पूर्व विधायक कमल बैरवा, जेबा खान, आशा नामा समेत अन्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए रिपोर्ट दी है।
रिपोर्ट ली है, जांच करेंगे
भाजपा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ रिपोर्ट दी है। इसकी जांच की जाएगी।
– किशनलाल यादव, थाना प्रभारी कोतवाली टोंक