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पुलिस ने किया शर्मसार, ऐसे काम के लिए 1 लाख  46 हजार की घूस लेते कांस्टेबल रंगे हाथ गिरफ्तार, हर माह 40 लाख वसूली की बात कबूली

locationटोंकPublished: May 18, 2019 04:07:59 am

Submitted by:

dinesh Dinesh Saini

वसूली करवाने वाले थाना प्रभारी की तलाश जारी है…

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टोंक/रानोली कठमाणा।

बजरी खनन पर रोक है लेकिन इसकी निगरानी में लगी पुलिस ही घूस लेकर बजरी भरे वाहनों को पास करा रही है। इसका खुलासा गुरुवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की कार्रवाई में हुआ। एसीबी की टीम ने पीपलू थाने के नानेर गांव चौराहे पर गुरुवार रात दबिश दी तो कांस्टेबल घूस की रकम के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया। वसूली करवाने वाले थाना प्रभारी की तलाश जारी है।
एसीबी एडिशनल एसपी विजय सिंह ने बताया की थाना प्रभारी विजेंदर गिल के पीपलू थाना पर पोस्टिंग होने के बाद से लगातार शिकायतें मिल रही थी कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद बनास नदी से बजरी परिवहन का गोरख धंधा पुलिस की मिलीभगत से चल रहा है। इसे कांस्टेबल कैलाश जाट संचालित कर रहा था जो एसएचओ विजेंद्र गिल का विश्वासपात्र था। जांच पड़ताल के बाद एसीबी ने टीम गठित की और गुरुवार रात 11 बजे नानेर गांव के चौराहे पहुंची। एसीबी ने यहां कांस्टेबल कैलाश जाट को बनास नदी से बजरी भरकर गुजरने वाले ट्रकों से वसूल की गई 1 लाख 46 हजार 500 रुपए की रकम के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया।
पूछताछ में उसने बताया कि वसूली गई रकम का पूरा हिसाब थाना प्रभारी विजेंद्र गिल को हर रोज देता है। एसीबी ने कांस्टेबल कैलाश से चार मोबाइल व चार सिम भी बरामद किया है जिसकी कॉल डिटेल निकलवाई गई है। टीम कैलाश जाट के पैतृक गांव में दबिश देने के साथ अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों के जुड़े होने की संभावना पर जांच कर रही है। जिले में बजरी खनन के खेल में एसीबी की चौथी कार्रवाई है।
एसीबी ने कांस्टेबल से एसएचओ को कराया फोन
एसीबी के हत्थे चढ़े कांस्टेबल कैलाश जाट को टीम ने पीपलू एसएचओ विजेंद्र गिल को फोन करने को कहा और बोला कि कहना कि बजरी वाहनों से 1 लाख 46 हजार 500 रुपए की रकम वसूली गई है। इसे मैं देने के लिए कहां आ जाऊं? इसपर एसएचओ ने कहा कि मैं कार्टर पर हूं जल्दी से देकर वापस चले जाना। एसीबी की टीम कांस्टेबल कैलाश को लेकर एसएचओ के पास रवाना हुई। तभी किसी ने उसे पूरे घटनाक्रम की जानकारी उसे दे दी जिसके बाद वे मौके से फरार हो गया। अब एसीबी की टीम उसकी तलाश में लगी है।
छोटे से लेकर बड़े अधिकारी तक पहुंचती है रकम
पूछताछ में कैलाश ने एसीबी को बताया कि हर महीने करीब 40 लाख रुपए की रकम वसूली से एकत्र करता है। घूस की रकम बड़े अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारियों तक में बंटती है। जानकारी के मुताबिक कांस्टेबल कैलाश चौधरी मार्च 2018 से पीपलू थाने में नियुक्त है। वहीं टोंक पुलिस लाइन से विजेन्द्र गिल को 20 फरवरी को ही पीपलू में थानाधिकारी पद पर लगाया था।
प्रतिदिन निकल रही 500 ट्रैक्टर-ट्रॉली
जिले में प्रतिदिन 500 ट्रैक्टर-ट्रॉली, डंपर 100, ट्रक 200 एवं 50 ट्रेलर निकल रहे हैं। जिले से खनन कर बजरी जयपुर, बूंदी, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर, अजमेर पहुंचाई जा रही है। बजरी की कीमत विभिन्न मार्गों पर पड़ रहे थानों के अनुसार बढ़ती जाती है।

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