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पशु चिकित्सालय भवन का निर्माण कार्य सात माह से अधरझूल मेें

locationटोंकPublished: Jul 04, 2018 11:51:26 am

Submitted by:

Kamal Bairwa

पीपलूू. अधिकारियों की अनदेखी से प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय का निमार्ण कार्य सात महीने से अधरझूल में है।

पशु चिकित्सालय

पीपलू के पशु चिकित्सालय में लगे पत्थर व कंक्रीट के ढेर।

पीपलूू. अधिकारियों की अनदेखी से प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय का निमार्ण कार्य सात महीने से अधरझूल में है।ग्रामीण प्रेमचनद जैन, रामेश्वर दगोलिया, राजेश शर्मा, वरूण दाधीच आदि ने बताया कि पशु चिकित्सालय में जगह-जगह पर पत्थर कंक्रीट के ढेर लगे हुए हंै तथा मुख्य द्वार भी टूटा हुआ है।
पशु चिकित्सक डॉ. प्रवीण सोनी ने बताया की पशु चिकित्सालय में कुल 6 पद हैं। इनमें से एएनएम को प्रतिनियुक्ति पर नानेर से पीपलू, पशु चिकित्सक सहायक, जलदारी, सफाई कर्मचारी का पद रिक्त है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पशु चिकित्सालय का निमार्ण कार्य जल्दी ही पूरा करने की मांग की है।
सैकड़ों उपभोक्ता रसद से वंचित
लाम्बाहरिसिंह. खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत कस्बे में संचालित उचित मूल्य दुकानों पर बीते एक माह से गेंहू उपलब्ध नहीं होने से सैकड़ों लाभार्थियों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। गत मई माह में भी दुकानों पर गेहंू कम आवंटन होने के कारण कई उपभोक्ताओं को वंचित होना पड़ा था। इसके चलते कई उपभोक्ताओं को महंगे दाम पर गेहंू खरीदने पर विवश होना पड़ रहा है।
जीएसएस पर संचालित उचित मूल्य दुकान व्यवस्थापक संजय नामा ने बताया कि जून माह में गेहंू आवंटन नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं को वितरण नहीं किया गया। उचित मूल्य दुकान मशीन नम्बर 2518 पर मई माह में 24 क्विंटल गेहंू कम आंवटन होने से कई उपभोक्ताओं को योजना का लाभ नहीं मिला।
गंदे पानी से लोग परेशान
देवली. देवली गांव पंचायत स्थित अटल सेवा केन्द्र में मंगलवार सुबह जिला कलक्टर रामचन्द्र ढेनवाल ने जनसुनवाई की। इस दौरान ग्रामीणों ने कलक्टर को समस्याओं से अवगत कराया। ग्रामीणों ने गंदे पानी की समस्या बताई। ग्रामीणों ने बताया कि नगर पालिका देवली क्षेत्र से आने वाला गंदी नालियों का पानी उनके गांव में तालाब की ओर जा रहा है। इससे गांव का वातावरण खराब हो रहा है।
वहीं ग्रामीणों को रोग पनप का अंदेशा बन रहा है। इसके अलावा ग्रामीणों ने रिको क्षेत्र से निकलने वाले मलबे को देवली गांव क्षेत्र में डालने की भी समस्या बताई। इसमेें बताया कि रीको का अपशिष्ट पदार्थ देवली गांव सडक़ों के किनारे व गांव के नजदीक डाला जा रहा है। इससे गांव में प्रदूषण हो रहा है। उधर, रिको से आए प्रतिनिधि ने डम्पिग यार्ड बनाने की मांग रखी। ग्रामीणों ने गांव में जल संकट के बारे में कलक्टर को अवगत कराया। इस पर बीसलपुर पेयजल योजना से जुड़े अधिकारियों ने सितम्बर तक गांव को योजना से जोडऩे की बात कही।
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