इस दौरान उपभोक्ताओं ने जलदाय विभाग के अभियंताओं को दूरभाष पर बिल जमा करने की शिकायत की, लेकिन संतोषप्रद जवाब नहीं मिला। जलदाय विभाग कनिष्ठ अभियंता पूरणमल बैरवा का कहना है कि विभाग ने नकद राशि व चेक लेना बंद कर दिया है। बिल ई-मित्र केन्द्रों पर ही जमा होते हैं। इनकी ओर से लापरवाही की गई है तो कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा।
उपभोक्ताओं के बिल जमा नहीं हो पाए है। ये लापरवाही है। जांच कराएंगे दोषी कर्मचारियों व ई-मित्र संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी।
रवि वर्मा, एसडीओ, देवली नि:शुल्क का भी वसूल रहे शुल्क पचेवर. राज्य सरकार की ओर से आधार कार्ड अनिवार्य व नि:शुल्क बनाने की घोषणा के बाद भी कस्बे में ई-मित्र संचालक मनमर्जी कर ग्रामीणों से सुविधा शुल्क के नाम पर रुपए वसूल रहे है। इनके यहां पर किसी भी कार्य के दिए जाने वाले निर्धारित शुल्क की सूची भी नहीं लगा रखी है।