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ई-मित्र संचालकों की मनमर्जी से बिल जमा कराने के लिए भटक रहे उपभोक्ता

locationटोंकPublished: Nov 27, 2017 03:32:30 pm

Submitted by:

pawan sharma

उपभोक्ता पेनल्टी लगने के भय से जलदाय विभाग व ई-मित्र संचालकों के यहा भटकते रहे, लेकिन उनके बिल जमा नहीं हो पाए।
 

 ई-मित्र केन्द्र

बंथली. सैकड़ों उपभोक्ता जल कनेक्शन के बिलों को लेकर देर शाम तक जलदाय विभाग कार्यालय व ई-मित्र केन्द्रों पर भटकते रहे।

बंथली. जलदाय विभाग के अभियंताओं व ई-मित्र संचालकों की अनदेखी के चलते सैकड़ों उपभोक्ता जल कनेक्शन के बिलों को लेकर देर शाम तक जलदाय विभाग कार्यालय व ई-मित्र केन्द्रों पर भटकते रहे।

ग्रामीण पंकज गौखरू, सुरेन्द्रसिंह शेखावत आदि उपभोक्ताओं ने बताया कि बिल जमा करने की नियत तारीख के बावजूद कार्मिकों के बिल जमा करने कस्बे में नहीं आने व कुछ बिल जमा करने के बाद ई-मित्र संचालकों की ओर से डिपोजिट राशि समाप्त होने का बहाना कर बिल जमा नहीं करने से सैकड़ों उपभोक्ता पेनल्टी लगने के भय से जलदाय विभाग व ई-मित्र संचालकों के यहा भटकते रहे, लेकिन उनके बिल जमा नहीं हो पाए।

इस दौरान उपभोक्ताओं ने जलदाय विभाग के अभियंताओं को दूरभाष पर बिल जमा करने की शिकायत की, लेकिन संतोषप्रद जवाब नहीं मिला। जलदाय विभाग कनिष्ठ अभियंता पूरणमल बैरवा का कहना है कि विभाग ने नकद राशि व चेक लेना बंद कर दिया है। बिल ई-मित्र केन्द्रों पर ही जमा होते हैं। इनकी ओर से लापरवाही की गई है तो कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा।
होगी कार्रवाई
उपभोक्ताओं के बिल जमा नहीं हो पाए है। ये लापरवाही है। जांच कराएंगे दोषी कर्मचारियों व ई-मित्र संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी।
रवि वर्मा, एसडीओ, देवली

नि:शुल्क का भी वसूल रहे शुल्क

पचेवर. राज्य सरकार की ओर से आधार कार्ड अनिवार्य व नि:शुल्क बनाने की घोषणा के बाद भी कस्बे में ई-मित्र संचालक मनमर्जी कर ग्रामीणों से सुविधा शुल्क के नाम पर रुपए वसूल रहे है। इनके यहां पर किसी भी कार्य के दिए जाने वाले निर्धारित शुल्क की सूची भी नहीं लगा रखी है।
सरकार द्वारा आधार कार्ड अनिवार्य करने व नि:शुल्क बनाने की घोषणा के बाद भी कस्बे में ई-मित्र संचालक प्रति आधार कार्ड 100-120 रुपए ले रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि आठवीं, पांचवी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए विद्यालय में आधार अनिवार्य करने के बाद कई विद्यार्थी ई-मित्र संचालकों द्वारा आधार निशुल्क नहीं बनाए जाने पर वापस लौट रहे हैं।
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