उल्लेखनीय है कि गत 23 मार्च को दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात से लोटे कस्बा निवासी एक व्यक्ति, होम आइसोलेट के बावजूद बाहरी व्यक्तियों के सम्पर्क में रहा। इधर, गत 2 अप्रेल को उसकी कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद प्रशासन ने सीएचसी में कार्यरत पुत्र समेत पांच परिजनों तथा सीएचसी स्टाप के 42 कार्मिकों को टोंक आइसोलेट कर कोरोना जांच करवाई, जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई।
लेकिन, रविवार सुबह पड़ताल में पता चला कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति का ससुराल कस्बे में उसके मकान से करीब दो सौ मीटर दूरी पर ही है। होम आइसोलेट के दौरान वह ससुराल पक्ष के लोगों से भी मिला था। यही नहीं, संक्रमित व्यक्ति उसके मकान के सामने स्थित परचूनी दूकान से तीन चार दफा सामान भी खरीदा था। इसकी जानकारी होते हुए प्रशासन हरकत में आया।
इधर, बीसीएमएचओ डॉ. रोहित डंडोरिया ने बताया कि प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव मिले व्यक्ति के संपर्क में आए उक्त व्यक्तियों को संदिग्ध मानते हुए ससुराल पक्ष के 7 सदस्य तथा परचूनी दुकान मालिक के परिवार के 13 सदस्यों को टोंक आइसोलेट किया है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर टोडारायसिंह लौटे 53 वर्षिय एक व्यक्ति (तबलीगी जमाती) की जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पुष्टि होने के बाद जिला कलक्टर के निर्देश पर कस्बे में अनिश्चितकालीन कफ्र्यू लगा दिया था। इधर, कोरोना संक्रमित व्यक्ति केपुत्र सीएचसी टोडा में कार्यरत होने पर सीएचसी टोडा को लॉक डाउन कर 42 कार्मिक तथा उसके पांच परिजनों को टोंक आइसोलेट कर कोरोना जांच करवाई थी, फिलहाल सभी की जांच रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई है।